भोपाल। बोर्ड परीक्षा में नकल पर लगाम लगाने के लिए माध्यमिक शिक्षा मंडल (Board of Secondary Education) ने नई व्यवस्था शुरू की है। माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा अब 10वीं-12वीं के पेपर ऑनलाइन ही जारी किये जायेंगे। इन पेपरों के लिंक स्कूल संचालकों को भेजा जायेगा। इसके बाद परीक्षा केंद्रों (exam centers) पर कम्प्यूटर-प्रिंटर्स की सहायता से इसकी हार्ड कॉपी निकाली जाएगी। जिसकी फोटोकॉपी कर विद्यार्थियों को दी जाएगी। इस कवायद के पीछे माध्यमिक शिक्षा मंडल का दावा है कि इससे पर्चा लीक होने का खतरा लगभग खत्म हो जाएगा। इसके साथ ही पुलिस की निगरानी में भोपाल से प्रश्न-पत्रों को भेजने का व्यय भी समाप्त हो जायेगा। हालांकि माध्यमिक शिक्षा मंडल यह व्यवस्था इसी साल से लागू करेगा या नहीं, फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है।
नक़ल रुकने पर सवाल
माध्यमिक शिक्षा मंडल भले ही दावा कर रहा है कि इस नई व्यवस्था से नक़ल पर लगाम लग जाएगी, लेकिन जानकारों का कहना है कि इससे भला नकल कैसे रुकेगी, यह स्पष्ट नहीं है। नई व्यवस्था से सिर्फ बोर्ड की परेशानी कम होगी। और खर्चा बचेगा। वहीँ दूसरी ओर स्कूलों की परेशानी बढ़ जाएगी। साथ ही नक़ल का भी डर बना रहेगा। क्योंकि यदि कोई निजी स्कूल संचालक लिंक को डाउनलोड कर परीक्षा के पहले ही बच्चों को पेपर दे दे है तो इसे कैसे रोका जाएगा।
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