रीवा. मध्यप्रदेश के रीवा जिले के सिरमौर क्षेत्र के क्योंटी निवासी शहीद उमेश प्रसाद शुक्ला की पत्नी सरोज शुक्ला ने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन भेजकर अपनी पीड़ा बताई है। जिसमें कहा गया है कि शहीदों के परिवार को मिलने वाली सुविधाएं प्रदान की जाएं, यदि ऐसा नहीं हुआ तो वह इच्छामृत्यु के लिए विवश होंगी।
परेशान होकर 20 वर्षीय पुत्र ने कर ली थी आत्महत्या
जानकारी के मुताबिक सरोज शुक्ला के पति उमेश प्रसाद बीआईओपी डिपो-14 हिरौल मैगजीन में सेवारत रहते हुए नौ फरवरी 2006 को छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सलियों से मुठभेड़ में शहीद हो गए थे। तब से परिवार आर्थिक संकटों के बीच रह रहा है। परिवार की आर्थिक समस्या की वजह से परेशान होकर 20 वर्षीय पुत्र अभिषेक शुक्ला ने आत्महत्या कर लिया। परिवार में अब केवल पुत्री ज्योति सहारा है। अब तक बेटी को सरकार की ओर से नौकरी नहीं दी गई है। इसके अलावा सरकार के पास शहीद स्मारक, शहीद गेट, चौराहे का नामकरण एवं प्रतिमा लगाने आदि का कार्य लंबित है। ज्ञापन में यह भी कहा कि दूसरे कई सीआरपीएफ के शहीदों के परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति और श्रद्धा निधि दी गई है। इसलिए मांग उठाई है कि विशेष बीमा, नक्सलवाद की सहायता एवं अनुकंपा नियुक्ति सहित शहीदों के परिजनों को मिलने वाली दूसरी सुविधाएं दी जाएं। लंबे समय से सरकार की ओर से कोई सहायता नहीं दी गई है। यदि न्याय नहीं मिला तो मजबूर होकर इच्छामृत्यु का कदम उठाना पड़ेगा। कहा है कि इसकी अनुमति दी जाए।
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