सीधी. मजहब और आस्था का अनोखा संगम देखना चाहते हैं तो मध्यप्रदेश के सीधी जिले के बढ़ौरा शिव मंदिर में चले आइए। यहां उत्तरप्रदेश के कानपुर के व्यापारी जमील पठान (40) भगवान भोलेनाथ की भक्ति में लीन मिलेंगे। भले ही इनका मजहब अलग है, लेकिन भोलेनाथ की ही प्रेरणा से उन्हें यह बल मिला है। जमील के मुताबिक, वो पिछले 10 साल से बढ़ौरा मंदिर में सिंदूर का कारोबार करने के लिए आ रहे हैं। यहां मंदिर में भक्तों की भीड़ देखकर भगवान के प्रति उनकी आस्था बढ़ती गई। हालांकि पहले लोगों के विरोध के डर से मंदिर नहीं जाता था। लेकिन स्वप्न में भगवान को देखने के बाद उनका डर भी खत्म हो गया। अब पंडित-पुरोहितों का भी खूब साथ मिल रहा है। बतादें कि भगवान भोलेनाथ के प्रति जमील की श्रद्धा और भक्ति देख शिव मंदिर के पुरोहित भी काफी प्रभावित हुए। और मुस्लिम धर्म से होने के बावजूद जमील के मंदिर में प्रवेश करने और पूजा-अर्चना का विरोध नहीं किया।
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मन को मिली शांति
जमील के मुताबिक इस साल जब कारोबार के लिए आया तो स्वप्न में भोलेनाथ दिखाई दिए। जिसके बाद वो मंदिर में भगवान भोलेनाथ को जल चढ़ाने पहुंच गया। भगवान भोलेनाथ की पूजा-अर्चना के बाद मन को काफी शांति मिली। मंदिर परिसर में मौजूद पुरोहितों को दान-दक्षिणा देकर उनका आशीर्वाद भी लिया। दरअसल कानपुर निवासी कारोबारी जमील पठान हर साल भगवान शिव के खास अवसरों जैसे कि महाशिवरात्रि और सावन मास में बढ़ौरा शिव मंदिर में लगने वाले मेले में सिंदूर का व्यापार करने आते हैं।
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