नई दिल्ली। शुक्रवार देर रात प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने केनरा बैंक ने की शिकायत पर एक्शन लेते हुए जेट एयरवेज इंडिया लिमिटेड के फाउंडर नरेश गोयल (74) को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार कर लिया। प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) द्वारा उन्हें पूछताछ के लिए ED ऑफिस बुलाया गया था जिसके बाद गिरफ्तारी कर ली गई। बतादें कि कैनरा बैंक ने उन पर 538 करोड़ रुपए के फ्रॉड का आरोप है। गोयल को आज यानी शनिवार 2 सितंबर को स्पेशल PMLA कोर्ट में हाजिर किया जाएगा, जहां ED हिरासत की मांग करेगी।
दो बार पूछताछ के लिए ED ऑफिस बुलाया, लेकिन नहीं आये
जानकारी के मुताबिक गिरफ़्तारी से पहले प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने उन्हें दो बार पूछताछ के लिए ED ऑफिस बुलाया था, लेकिन वो नहीं आये। बताया जा रहा है कि पिछले साल नवंबर में कैनरा बैंक (Canara Bank) की ओर से नरेश गोयल, उनकी पत्नी अनीता और जेट के डायरेक्टर रहे गौरंग आनंद शेट्टी सहित अन्य लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश की शिकायत की थी। जिसके बाद मई 2023 में CBI ने फ्रॉड का केस दर्ज किया था। बाद में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भी मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया।
जानिए पूरा मामला
दरअसल जेट एयरवेज (jet airways) को 848.86 करोड़ रुपए की क्रेडिट लिमिट और लोन सेंशन किए थे, जिसमें से 538.62 करोड़ रुपए शेष हैं। यह अकाउंट 29 जुलाई 2021 में 'फ्रॉड' घोषित किया गया था। गोयल के मुंबई स्थित ऑफिस सहित 7 ठिकानों की CBI ने 5 मई को तलाशी ली थी। इस दौरान नरेश गोयल, अनीता गोयल और गौरांग आनंद शेट्टी के आवासों और ऑफिस पर छापे मारे गए थे। CBI की FIR को आधार मानते हुए प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 19 जुलाई को गोयल पर मनी लॉन्ड्रिंग (money laundering) का केस दर्ज किया। तब प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भी गोयल और उनके साथियों के ठिकानों पर छापेमारी करते हुए तलाशी ली थी।
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