भोपाल. उन्नति और खुशहाली के प्रतीक भुजरिया पर्व के मौके पर शुक्रवार को किन्नरों ने चल समारोह का आयोजन किया। जिसमें सभी किन्नर सज-धजकर शामिल हुए। इस दौरान किन्नर गुरु सुरैया करीब 5 किलो गहनों से लदकर पहुंचीं। उन्होंने गले में भारीभरकम हार, हाथों में मजबूत कड़े और पैर में भी जेवर पहने हुए थे। जिनकी कीमत करीब 3 करोड़ रुपये आंकी गई है।
गुरु से मिला जेवर और सरनेम
इस दौरान सुरैया नायक ने बताया कि सोने के जेवर पहनना किन्नरों का सबसे बड़ा शौक है। आगे बताया कि '20 साल पहले मुझे अपने गुरु प्रेम नायक की गादी मिली थी। तभी उनके जेवर और सरनेम भी मिला था। कुछ सोना उपहार मे भी लोगों ने दिया, जिसे मिलाकर भी जेवर बनवाए हैं।' सुरैया मुताबिक, भुजरिया किन्नर समाज के लिए खुशी का पर्व होता है। इस पर्व पर हम उन्नति और खुशहाली के प्रतीक के रूप में जेवर पहनकर निकलते हैं। किन्नर समाज ने इस दौरान उन्होंने अच्छी बारिश की कामना भी की।
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