रहिये अपडेट, रीवा. पिछले दस दिनों से शहर में गणेशोत्सव की धूम मची रही है। इसके बाद गुरुवार को अनंत चर्तुदशी को विशेष पूजा-अर्चना के बाद गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। शहर में बाजे-गाजे के साथ गणेश विसर्जन शोभायात्रा निकाली गई। जिसमें नाचते-गाते हुए हजारों भक्त शामिल हुए। इस दौरान जगह-जगह भंडारा भी आयोजित किया गया, जिसमें शामिल होकर श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।
हिन्दू उत्सव समिति धर्म परिवार के तत्वावधान में निकाली गई गणेशोत्सव विसर्जन शोभा यात्रा का मछरिहा दरवाजा उपरहटी से शुभारंभ किया गया। शोभायात्रा सिटी कोतवाली, एसके स्कूल, फोर्ट रोड, सिंधी चौराहा, स्टेचू चौराहा, खन्ना चौराहा, व्यंकट रोड, सॉई बाबा मन्दिर, हेमू कालाणी चौक, शिल्पी प्लाजा, मानस भवन होकर विवेकानंद पार्क में पहुंची। जहां से प्रशासन द्वारा बनाए गए निपनियां पटपर घाट, सिटी कोतवाली पुष्पराज घाट, छतुरिहा घाट बिछिया, राजघाट एवं करहिया घाट में प्रतिमाओं को पूजा-अर्चना के बाद विसर्जन किया गया। शोभायात्रा में भक्तगण डीजे की धुन पर नाचते-गाते हुए चल रहे थे और गणपति बप्पा मोरया, अगले बरस जल्दी आना के जयकारे भी लगा रहे थे। इस दौरान लोगों द्वारा मोहल्लों एवं घरों में स्थापित की गई प्रतिमाएं भी शोभायात्रा में हुईं और कुछ लोगों ने स्वयं बीहर नदी घाट में प्रतिमाएं विसर्जित की। इस दौरान पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारी सुरक्षा व्यवस्था बनाने में मुस्तैद रहे। गणेश विसर्जन चल समारोह की अगुवाई संयोजक रामकृष्ण अग्रवाल, सुमित मांजवानी, संतोषी गुप्ता, रामसखा यादव, सुरेश विश्नोई, अंशुमान गुप्ता, श्रीप्रकाश तोमर आदि ने की।
पहली बार सूना रहा बाबा घाट
पिछले 90 साल के दरम्यान में पहलीबार बाबा घाट सूना रहा। इस बार गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन बाबा घाट में नहीं किया गया। रिवर फ्रंट के कारण प्रशासन ने बाबा घाट में प्रतिमाओं के विसर्जन पर रोक लगाई थी। जबकि अभी तक मां दुर्गा एवं गणेश प्रतिमाओं का विर्सन मुख्य रूप से बीहर नदी के बाबा घाट में ही होता आ रहा था।
पंडालों में हुआ भंडारा
गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन पर शहर में जगह-जगह सजाए गए पंडालों में भंडारा भी आयोजित किया गया। अमहिया के राजा के दरबार सहित चक्रधर सिटी सेंटर में भी भंडारा आयोजित किया गया। जिसमें सैकड़ों लोगों ने पहुंचकर प्रसाद ग्रहण किया। कार्यक्रम के संयोजक अभिषेक सिंह सहित अन्य लोगों ने भंडारे में सहयोग किया।
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