रहिये अपडेट, भोपाल। मध्यप्रदेश में अब अब 55 जिले हो गये हैं। कैबिनेट से अनुमोदन के बाद राजस्व विभाग ने गुरुवार सुबह पांढुर्ना को 54वां और मैहर को 55वां जिले बनाने का आदेश जारी कर दिया। छिंदवाड़ा से टूटकर बने पांढुर्ना जिले में दो तहसील और सतना से अलग होकर बने मैहर में तीन तहसील होंगी। रानी बाटड को मैहर और अजयदेव शर्मा को पांढुर्ना का पहला कलेक्टर बनाया। बतादें कि नागदा को भी जिला बनाने की घोषणा की गई है, लेकिन स्थानीय विरोध ने इसे फिलहाल टाल दिया गया है। इस चुनावी साल में कुछ ही महीनों के अंतराल में सरकार ने 3 नए जिले गठित किए हैं। जिसमें रीवा से अलग कर मऊगंज को पहले ही जिला बनाया जा चुका है, जिसका शुभारंभ 15 अगस्त को हुआ।
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300 करोड़ रुपए होंगे खर्च
पांढुर्ना और मैहर को जिले बनाने के बाद दोनों जिलों को अस्तित्व में लाने में करीब 300 करोड़ रुपए खर्च होंगे। नए कलेक्ट्रेट, नया एसपी ऑफिस बनाना होगा। साथ ही काफी संख्या में कर्मचारी निवास भी बनाने होंगे। सरकारी ऑफिसों में फर्नीचर से लेकर अन्य व्यवस्थाएं भी जुटानी हाेंगी।
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तीनों सांसदों के हिस्से में दो-दो जिले
सतना और रीवा जिले के विभाजन के पहले इन जिलों के सांसद के हिस्से में एक जिला आता था, लेकिन अब रीवा संभाग के तीनों सांसदों के हिस्से में दो-दो जिले आएंगे। सतना लोकसभा में दो जिले सतना और मैहर, रीवा में दो जिले रीवा और मऊगंज तथा सीधी लोकसभा में सीधी और सिंगरौली जिले आएंगे।
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