रहिये अपडेट, रीवा। कुंभ मेले से 8 वर्ष पूर्व बिछड़ा लवकुश अपने दृष्टिहीन मां-बाप के पास वापस लौट आया। मऊगंज कलेक्टर अजय श्रीवास्तव की कोशिशों के चलते अंधे मां-बाप को उनका सहारा मिल गया। जिससे उनके जीवन में नई रोशनी का संचार हुआ। कलेक्टर के इस प्रयास पर कहा है कि वह नाउम्मीद हो गए थे लेकिन बड़ा सहारा मिल गया है।
मऊगंज कलेक्टर के द्वारा भेजे गए प्रशासनिक अमले के लोग लवकुश को लेकर मऊगंज कलेक्ट्रेट पहुंचे जहां कलेक्टर ने स्वयं बच्चे का स्वागत किया व उसे उसके परिजनों सहित बराती गांव भेजने की व्यवस्था कराई। कलेक्टर की मदद के लिए लवकुश के पिता श्री छकौड़ी लाल ने धन्यवाद दिया।
कलेक्टर अजय श्रीवास्तव ने बताया कि पूरा परिवार प्रसन्न है। उनका बेटा अब उनके साथ है। उन्होंने बच्चे को शुभकामना दी तथा उससे आगे शिक्षा ग्रहण करने व सक्षम बनने की बात कही। उन्होंने छकौड़ीलाल को आश्वस्त किया कि उनके भैंसे पालन के व्यवसाय में हर संभव मदद की जाएगी।
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