रहिये अपडेट, धर्म-आध्यात्म। पंच दिवसीय महोत्सव का प्रधान पर्व दीपावली 12 नवंबर को धूमधााम से मनाया जाएगा। कार्तिक कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि दीपावली के लिए शुभ मानी गई है। इस वर्ष अमावस्या तिथि दोपहर 2.44 बजे से प्रारंभ होगी, जो की 13 नवंबर को दोपहर 2.56 तक रहेगी। दीपावली पर लक्ष्मी-गणेश पूजन के साथ भव्य दीपोत्सव होगा। जिसकी तैयारी कर ली गई है और बाजार में जमकर खरीदारी की गई।
त्रेतायुग में भगवान राम कार्तिक कृष्ण अमावस्या पर 14 वर्ष का वनवास समाप्त कर अयोध्या वापस आए थे। उन के स्वागत में अयोध्या वासियों ने दीप मालाएं जलाकर उत्सव मनाया था। वहीं समुद्र मंथन के दौरान लक्ष्मी अपने 14 आवरणों से युक्त होकर प्रकट हुई थी। तब भगवान विष्णु ने स्वयं लक्ष्मी की पूजा की थी। इसी परंपरा के चलते कार्तिक कृष्ण पक्ष की अमावस्या को दीपोत्सव मनाया जाता है।
लक्ष्मी पूजन के शुभ मुहूर्त
- -अमावस्या तिथि प्रारम्भ-12 नवम्बर दोपहर 2.44 बजे से
- -अमावस्या तिथि समाप्त-13 नवम्बर दोपहर 2.56 बजे तक
- -विंध्य का प्रदोष काल-सायं 5.19 बजे से रात्रि 7.55 बजे तक
स्थिर लग्न मुहूर्त
- सायं 5.30 बजे से रात्रि 7.28 तक
- रात्रि 11.58 बजे से 13 नवम्बर प्रात: 2.12 बजे तक
चौघड़िया मुहूर्त, व्यापरियों के लिए
- शाम 5.19 बजे से शाम 6.57 तक शुभ चौघड़िया
- शाम 6.57 बजे से रात्रि 8.34 बजे तक अमृत चौघड़िया
- राात्रि 8.34 बजे से रात्रि 10.12 बजे तक चर चौघड़िया
लक्ष्मी पूजन मुहूर्त, गृहस्थों के लिए
- सायं 5.30 बजे से रात्रि 7.28 बजे तक
- रात्रि 6.57 बजे से 8.36 बजे तक
लक्ष्मी पूजन मुहूर्त तन्त्र साधना के लिए
- रात्रि 11.23 बजे से 12.14 बजे तक महानिशीथ काल
- रात्रि 11.58 बजे से 2.12 बजे तक स्थिर लग्न सिंह में
पटाखे जलाते समय ये सावधानी बरतें
- -मानकों वाले पटाखे ही खरीदें।
- -पटाखे जलाते समय कम से कम एक बाल्टी पानी भरकर नजदीक रख लें।
- -लाइसेंसधारी और विश्वसनीय दुकानों से ही पटाखे खरीदें।
- -हमेशा खुली जगह पर ही पटाखे जलाएं।
- -पटाखों के ऊपर लिखे हुए दिशा-निर्देशों का पालन करें।
- - पटाखे जलाते वक्त पैरों में जूते-चप्पल जरूर पहनें।
- - बच्चों को भी लॉन्ग हैंडिल वाली फूलझड़ी जलाने के लिए दें।
- -पटाखे जलाते वक्त अपना चेहरा दूर रखें।
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