रहिये अपडेट, रीवा। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान मतदान की गोपनीयता भंग करते हुये वोटिंग की फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किये जाने के की शिकायत को जिला निर्वाचन कार्यालय ने नस्तीबद्ध कर दिया है। बतादें कि १७ नवंबर को मतदान के दौरान कई लोगों ने मतदान कक्ष के भीतर के फोटो और वीडियो वायरल किए थे। जिसमें बड़े अधिकारी और राजनेता भी शामिल हैं। इसमें कई ऐसे लोग भी हैं जिन्होंने वोटिंग करते समय ईवीएम की फोटो भी वायरल किया है। अधिकांश ऐसी पोस्ट सोशल मीडिया पर अभी भी मौजूद है। इन पोस्ट पर सामाजिक कार्यकर्ता शिवानंद द्विवेदी ने आपत्ति दर्ज कराते हुए निर्वाचन आयोग से शिकायत की थी।
शिकायतकर्ता ने कहा था कि मतदान केन्द्र के भीतर किसी तरह का मोबाइल और कैमरा निर्वाचन आयोग द्वारा प्रतिबंधित किया गया था। इसके बावजूद कई जिम्मेदार लोगों ने वोटिंग के दौरान के अपने फोटो और वीडियो वायरल किए। यह शिकायत निर्वायन आयोग के पोर्टल पर पंजीबद्ध की गई थी। जिस पर निर्वायन आयोग द्वारा जिला निर्वाचन कार्यालय से जवाब मांगा गया था। कई दिनों के बाद जिला निर्वाचन कार्यालय की ओर से जवाब भेजा गया है, साथ ही इस संबंध में शिकायतकर्ता को भी जानकारी दी गई है, जिसमें कहा गया है कि शिकायत को नस्तीबद्ध किया जा रहा है। शिकायत बंद किए जाने की वजह बताते हुये कहा गया है कि जो फोटो शिकायत के साथ दिए गए थे उनका अवलोकन किया गया है। जिसमें यह स्पष्ट नहीं हो रहा है कि यह तस्वीरें कब के और किस स्थान की हैं।
शिकायत को नस्तीबद्ध किये जाने के पीछे जिला निर्वाचन कार्यालय के इस तर्क का शिकायतकर्ता द्वारा विरोध करते हुये पुन: आयोग को शिकायत भेजी है। जिसमें कहा गया है कि मतदान की गोपनीयता को भंग करते हुये कई ऐसे लोगों की भी फोटो वायरल हुए हैं जो वर्तमान में महत्वपूर्ण पदों हैं। साथ ही जिन सोशल मीडिया एकाउंट से यह तस्वीरें वायरल हुई हैं उसमें पोस्ट करने की तारीख भी है। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि बिना किसी जांच के ही शिकायत को बंद कर दिया गया है। जबकि प्रदेश के दूसरे जिलों में इसी तरह के मामले सामने आने पर संबंधितों पर एफआईआर दर्ज कराई गई है।
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