रहिये अपडेट, रीवा। अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय में नैक ग्रेडिंग के लिए करीब आठ वर्षों के बाद मूल्यांकन के लिये टीम आ रही है। 19 से 21 फरवरी तक विश्वविद्यालय के विभिन्न हिस्सों और संसाधनों का मूल्यांकन नैक टीम द्वारा किया जाएगा। अभी यह भी तय नहीं है कि कितने सदस्यों की टीम रीवा आएगी। विश्वविद्यालय प्रबंधन की ओर से बीते कई महीने से इसकी तैयारियां की जा रही हैं। नैक मूल्यांकन के लिए निर्धारित मानकों को पूरा करने के लिए भी कई नए इंतजाम भी किए गए हैं। इसके पहले वर्ष 2016 में नैक टीम ने रीवा विश्वविद्यालय का निरीक्षण किया था। जिसमें बी ग्रेड की रैंकिंग मिली थी। इस बार विश्वविद्यालय प्रबंधन ए ग्रेड की तैयारी में है। सभी विभागों में अलग-अलग स्तर पर तैयारियां की गईं। कुछ समय पहले ही विश्वविद्यालय ने सेल्फ स्टडी रिपोर्ट (एसएसआर) नैक को सौंपी थी। इसके लिए निर्धारित निरीक्षण शुल्क भी जमा किया गया था। साथ ही २७ जनवरी से लेकर 19 फरवरी के बीच तीन संभावित तिथियां विश्वविद्यालय की ओर से बताई गई थी। तीनों तिथियों में निरीक्षण तीन-तीन के लिए प्रस्तावित किया गया था। जिस पर अब नैक की ओर से निरीक्षण के लिए तारीख तय की गई है कि 19, 20 और 21 फरवरी को रीवा में निरीक्षण के लिए टीम पहुंचेगी।
मूल्यांकन की गाइडलाइन में कई बदलाव हुए
इस बार नैक ने ग्रेडिंग के मूल्यांकन में कई बदलाव किए हैं। पहले निरीक्षण के लिए आने वाली टीम ही तय करती थी कि संबंधित संस्था किस ग्रेड के लायक है। अब डाक्यूमेंटेशन के लिए अलग से अंक दिए गए हैं। जिसमें कुल चार हजार अंकों के लिए विश्वविद्यालय को अपना दावा प्रस्तुत करना होगा। इसमें 75 प्रतिशत का मूल्यांकन सेल्फ स्टडी रिपोर्ट पर होगा। विश्वविद्यालय ने जो जानकारी पहले से भेजी है, उसके डाक्यूमेंट भी उपलब्ध कराए हैं उसी के परीक्षण के बाद करीब तीन हजार अंक दिए जाएंगे। इसके अलावा शेष अंक निरीक्षण के आने वाली टीम मौके पर व्यवस्थाएं देखने के बाद तय करेगी। यह रिपोर्ट नैक मुख्यालय को सौंपी जाएगी जहां पर तय होगा कि विश्वविद्यालय मानकों के अनुरूप कितना सशक्त है।
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