Rewa: बारिश से भीगी हजारों क्विंटल धान, अधिकारियों को रिपोर्ट का इंतजार, जिले के कई खरीदी केन्द्रों पर खुले में रखी धान

Saturday, 6 January 2024

/ by BM Dwivedi

रहिये अपडेट, र्रीवा. पिछले दो दिनों से हो रही बारिश से धान खरीदी केन्द्रों पर रखी हजारों क्विंटल धान भीग चुकी है। यह धान बेयरहाउस भरे होने के कारण खरीदी केन्द्रों में खुले में रखी थी, जो बारिश में भीग गई है। वहीं प्रशासनिक अधिकारी बारिश से भीगी धान की रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। अभी तक उन्हें किसी भी खरीदी केन्द्र से धान भीगने की सूचना  नहीं मिली है। जबकि जिले के मऊगंज, पन्नी, अतरैला, जवा सहित अन्य खरीदी केन्द्रों में बारिश के चलते धान भीगने की जानकारी मिली है। जबकि केन्द्र प्रभारी कार्रवाई से बचने के लिए अधिकारियों को जानकारी नहीं दे रहें है। चुपचाप भीग चुकी धान का भंडारण करा रहे हैं। यही कारण है अब तक किसी केन्द्रों से धान भीगने की जानकारी प्रशासन के पास नहीं आई है।
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अब तक धान का उपार्जन
बता दें कि जिले में 123 एखरीदी केन्द्रों में अब तक 45465 किसानों से 295087 टन धान का उपार्जन किया गया है। खरीदी गई धान में से अब तक 193917 टन का परिवहन करके सुरक्षित भण्डारण हुआ है। जबकि शेष धान खरीदी केन्द्रों के बाहर पड़ी हुई है। दरअसल खरीदी केन्द्रों से मिलिंग के लिए मिलर्स को परिवहन के आदेश देर से जारी हुए है, परिणाम स्वरूप बेयर हाउस में जगह नहीं बची। वहीं किसानों की भीड़ को देखते हुए धान का उपार्जन कर बाहर ही भंडारित कराया जा रहा है। वहीं पश्चिम विक्षोभ के कारण मौसम विभाग ने बारिश का र्पूवानुमान जारी किया था। इससे वाकिव होने के बावजूद खुले में रखी धान को बचाने ठोस पहल नहीं हुई, परिणाम स्वरूप धान भीग गई। कुछ केन्द्रों में धान प्रभारियों ने त्रिपाल व पॉलीथिन से ढकने का प्रयास किया है लेकिन हवाओं के कारण वह धान को गिली होने से नहीं बचा सके।
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किसानों की भी धान भीगी 
बताया जा रहा है कि शुक्रवार को बड़ी संख्या में किसानों की तौल नहीं हो पाई थी। ऐसे में इन किसानों की केन्द्रों पर रखी धान भी भीग गई है। जिससे किसानों की मुश्किल बढ़ गई है। दरअसल अब किसान की धान गिली होने के बाद खरीदी केन्द्र के प्रभारी लेने से इंकार कर रहे हैं। हालांकि शनिवार व रविवार को खरीदी बंद होने के कारण नए किसान नहीं पहुंचे।   

धान खराब होने की संभावना नहीं
धान खरीदी केन्द्रों के प्रभारियों का कहना है पिछले कई दिनों से आसमान में बादल छाए है, लेकिन बारिश नहीं हो रही थी। गुरूवार को अचानक सुबह पांच बजे से बारिश प्रांरभ हो गई है। इस कारण कुछ धान गिली हुई है। लेकिन बारिश कम हुई है ऐसे में धान खराब होने की संभावना नहीं है। 

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