रहिये अपडेट, रीवा। किसानों की समस्याएं लेकर कांग्रेस पार्टी ने सड़क पर प्रदर्शन किया। इस दौरान पार्टी के नेता और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में जुटे। पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल के नेतृत्व में शहर में बड़ी संख्या में ट्रैक्टरों का मार्च किया गया। शहर के रतहरा में जुटे ट्रैक्टरों की रैली शहर के न्यू बस स्टैंड, सिरमौर चौराहा, कालेज चौराहा होते हुए कमिश्नरी के पास पहुंचे। जहां पर एक आमसभा भी हुई। इस दौरान कमलेश्वर पटेल ने कहा कि भाजपा ने जो वादे किए उसे पूरा नहीं कर रही है। किसानों की आय दोगुनी करने के साथ समर्थन मूल्य के धान की खरीदी 3100, गेहूं की 2700 व सोयाबीन की फसल प्रति क्विंटल के मान से खरीदने का वादा किया जिसे अभी तक भाजपा सरकार ने पूरा नहीं किया है। पटेल ने कहा कि भाजपा के सरकार में जितना शोषण किसानों का हुआ है वह निंदनीय है। उन्होंने कहा कि गरीबों और किसानों की आवाज उठाने वाले राहुल गांधी के खिलाफ जहरीले बयान दिए जा रहे हैं, जिसे पूरी भाजपा का संरक्षण है। कार्यक्रम को पूर्व विधायक सुनील सर्राफ, महापौर अजय मिश्रा बाबा, जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष राजेन्द्र शर्मा, लखन खंडेलवाल, बृजभूषण शुक्ला, बबीता साकेत, विद्यावती पटेल, राम गरीब वनवासी, कुंवर सिंह, गिरीश सिंह, विनोद शर्मा, रमाशंकर सिंह, धनेन्द्र सिंह, सज्जन पटेल, अंजनी प्रसाद द्विवदी, अनूप चंदेल सहित अन्य नेता मौजूद रहे।
ज्ञापन भी सौंपा गया
इस दौरान संयुक्त कलेक्टर पीके पांडेय ने मौके पर पहुंचकर ज्ञापन भी लिया। इसमें किसानों की समस्याओं का उल्लेख करते हुए कहा गया है कि रीवा संभाग में अघोषित विद्युत कटौती बंद की जाए,खराब पड़े विद्युत ट्रांसफार्मर ठीक कराए जाएं साथ ही विद्युत के बड़े बिल की समीक्षा कर वास्तविक बिल दिया जाए। अतिवृष्टि से हुई नुकसानी का मुआवजा, आवारा पशुओं की समस्या, गौशालाओं की व्यवस्था, रीवा सिंगरौली रेल लाइन का उचित मुआवजा देने सहित अन्य कई मांगों को शामिल किया गया है।
महिलाओं ने भी चलाए ट्रैक्टर
किसान न्याय यात्रा के दौरान कांग्रेस की महिला नेत्रियों ने भी ट्रेक्टर चलाए। कई ट्रैक्टरों में महिलाएं ही स्टेयरिंग संभाल रहीं थी। साथ ही पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल, महापौर अजय मिश्रा, राजेन्द्र शर्मा, रमाशंकर सिंह, विनोद शर्मा, नृपेन्द्र सिंह सहित कई अन्य नेताओं ने भी स्वयं ट्रैक्टर चलाए। लंबे समय के बाद कांग्रेस पार्टी ने सड़क पर प्रदर्शन कर सरकार का ध्यान खींचा है। किसानों के मुद्दे को लेकर किए जा रहे प्रदर्शन में गांवों से किसान भी बड़ी संख्या में शामिल हुए।
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