रहिये अपडेट, रीवा। शहर में विवाहघर संचालकों की मनमानी एक बार फिर बढ़ती जा रही है। नगर निगम द्वारा निर्धारित कचरा शुल्क जमा नहीं कराने की वजह से कई लोगों के विवाह प्रमाण पत्र रुक गए हैं। नगर निगम ने आवेदकों से कहा है कि वह बारातघर से कचरा शुल्क जमा कराने की रसीद लेकर आएं और बारातघर संचालक इसे देने को तैयार नहीं है। इस संबंध में कई शिकायतें नगर निगम पहुंची हैं। शिकायत करने पहुंचे तरहटी मन्नान मस्जिद के पास रहने वाले मो. जावेद नियाजी ने ज्ञापन सौंपकर कहा है कि बीते सात सितंबर को उन्होंने अपनी बेटी का निकाह शहर के हमीदिया कालोनी में स्थित मिलन वाटिका विवाहघर से किया था। अब मैरिज सर्टिफिकेट बनवाने के लिए आवेदन किया है तो नगर निगम द्वारा कहा जा रहा है कि विवाहघर से कचरा शुल्क जमा कराने की रसीद लेकर आएं। विवाहघर संचालक ने बुकिंग के दौरान ही सफाई, पानी, बिजली आदि के नाम पर रुपए जमा करा लिया था। उक्त राशि नगर निगम में जमा नहीं कराई गई है, जिसकी वजह से अब विवाह प्रमाण पत्र बनाने में कठिनाई हो रही है। शिकायतकर्ता ने कहा है कि उन्हीं की तरह कई अन्य लोग भी भटक रहे हैं लेकिन नगर निगम द्वारा भी किसी तरह की सुनवाई नहीं हो रही है। इन आरोपों के संबंध में विवाहघर संचालक से भी संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन उनका पक्ष नहीं मिला है।
बस्ती के बीच संचालित है विवाह घर
शहर के हमीदिया कालोनी में आवासीय कालोनी के मध्यम मिलन वाटिका नाम का विवाहघर संचालित है। जहां रहने वाले लोगों ने कई बार शिकायतें की हैं कि आए दिन यहां कार्यक्रमों की वजह से शोरगुल और भीड़ की आवाजाही होती है। कई बार बारातियों द्वारा स्थानीय लोगों के साथ अभद्रता भी की जाती है। संचालक द्वारा देर रात तक डीजे का शोर मचवाया जाता है, जिससे लगातार परेशानी बढ़ रही है।
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