रीवा। जिले के धार्मिक स्थल भैरव बाबा के पास हुए गंैगरेप की घटना के चलते जिले भर में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। विभिन्न संगठनों के विरोध प्रदर्शन के साथ ही कांग्रेस पार्टी ने भी धरना दिया। शहर के सिरमौर चौराहे में पार्टी के प्रमुख नेताओं ने धरना देकर जिले में नशे के अवैध कारोबार पर रोक लगाने की मांग उठाई। पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाए गए कि बिगड़ती कानून व्यवस्था की प्रमुख वजह है कि पुलिस अवैध कारोबारियों को संरक्षण दे रही है। जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेन्द्र शर्मा ने कहा कि मेडिकल नशा युवाओं को अपराध की ओर धकेल रहा है। जिस तरह से हर गली-चौराहे में नशीली कफ सीरप और गोलियां उपलब्ध हैं उससे पूरी पीढ़ी बरबादी के रास्ते पर जा रही है। शर्मा ने कहा कि उपमुख्यमंत्री के पास स्वास्थ्य मंत्रालय का भी प्रभार है। वह अपने गृह जिले में भी व्यवस्थाएं बनाने में असफल रहे हैं।
धरना सत्याग्रह में पूर्व मंत्री राजमणि पटेल, विधायक सेमरिया अभय मिश्रा, महापौर अजय मिश्रा बाबा, पूर्व विधायक विद्यावती पटेल, गुरूमीत सिंह मंगू, कविता पाण्डेय, गिरीश सिंह, कुवंर सिंह, वसीम रजा, अनिल मिश्रा, नीलम मिश्रा, शीला त्यागी, रमाशंकर सिंह पटेल, बबिता साकेत, डॉ अरूणा तिवारी, अंजनी द्विवेदी, डॉ प्रतिभा सिंह, धनेन्द्र सिंह बघेल, अशोक पटेल, विनोद शर्मा, राजेश मिश्रा, लखनलाल खण्डेलवाल आदि ने संबोधित किया। धरना के बाद कांग्रेस नेताओं ने आईजी कार्यालय पहुंचकर चार सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा। जिसमें गैंगरेप के आरोपियों को कड़ी सजा के साथ ही जिले में मादक पदार्थों की अवैध बिक्री को रोकने सहित अन्य मांगों को शामिल किया गया है।
तीन को रीवा बंद का ऐलान
कांग्रेस पार्टी ने ऐलान किया है कि लगातार तीन नवंबर तक अलग-अलग तरह से विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। जिसमें 29 अक्टूबर को जिले के सभी ब्लॉकों में जनजागरण एवं 30 अक्टूबर को महिला कांग्रेस, एनएसयूआई, युवा कांग्रेस के नेतृत्व में मशाल जुलूस निकाला जाएगा। 31 अक्टूबर को जिला कांग्रेस कमेटी रीवा ने तय किया है कि दीपावली का त्योहार नहीं मनाया जाएगा। दीपावली के दिन से 2 नवम्बर तक क्रमिक शांतिपूर्ण धरना किया जाएगा। 3 नवम्बर को रीवा बंद कराने का भी निर्णय लिया गया हैं।
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