20 नवंबर को महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की वोटिंग होनी है, सभी पार्टियों ने अपने - अपने हिस्से में आईं सीटों में अपने - अपने कैंडिडेट्स भी नॉमिनेट कर दिए हैं. हालांकि (1) इंडि दल में अभी भी सीटों के बंटवारे को लेकर मतभेद की स्थिति बनी हुई बात करें (2) महायुति गठबंधन यानी NDA की तो अब यहां भी BJP और अजीत पवार के बीच टकराव देखने को मिल रहा है. इस टकराव का कारण है गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम।
दरअसल अजीत गुट ने सीट शेयिंग के बाद शिवाजीनगर सीट से नवाब मालिक को अपना कैंडिडेट बनाया है जबकि महायुति गठबंधन में ये सीट शिंदे की शिवसेना को मिली है, शिवसेना ने शिवाजीनगर से सुरेश पाटिल को उम्मीदवार चुना है. NCP ने यहां अपनी चालाकी दिखानी की कोशिश की है, चूंकि शिवाजीनगर की सीट शिवसेना को मिली है इसी लिए NCP के नवाब मलिक ने इस सीट ने निर्दलीय परचा भरा है. बीते दिन नवाब मलिक ने परचा दाखिल करने के बाद ये खुद कहा था कि मैंने NCP उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल किया है साथ ही निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर परचा भरा है, लेकिन पार्टी ने AB फॉर्म भेजा और हमने फॉर्म जमा कर दिया, अब मैं एनसीपी का आधिकारिक उम्मीदवार हूँ.
नवाब मलिक के शिवाजीनगर से पर्चा भरने पर बीजेपी और शिवसेना दो कारणों से नाराज हुईं हैं. पहला तो यही कि NCP ने ऐसा करके सीट शेयरिंग के नियम को तोडा और दूसरा ये कि उसने नवाब मलिक को अपना AB फॉर्म देकर कैंडिडेट बनाया। बीजेपी को यहां NCP के कैंडिडेट अनाउंस करने से उतनी दिक्कत नहीं है जितनी की कैंडिडेट से है. दरअसल बीजेपी नहीं चाहती थी कि NCP नवाब मलिक को किसी भी सीट से उम्मीदवार बनाए क्योंकि नवाब मलिक के दाऊद इब्राहिम से लिंक होने की खबरें सामने आई थीं. अब NDA गुट की पार्टियां दाऊद से कनेक्शन रखने वालों को टिकट देंगी तो इससे बीजेपी की छवि और महाराष्ट्र चुनाव दोनों में असर पड़ेगा। इसी लिए नवाब मलिक का नाम सामने आते ही बीजेपी ने अपना स्टैंड क्लियर कर लिया। मुंबई भाजपा के अध्यक्ष आशीष शेलार ने कहा कि हम पहले भी नवाब मलिक की उम्मीदवारी के खिलाफ थे और अभी भी उनका समर्थन नहीं करेंगे। कुछ दिन पहले देवेंद्र फडणवीस ने भी कहा था कि महायुति के सहयोगी दलों को अपना उम्मीदवार घोषित करने की आजादी है लेकिन नवाब मलिक के लिए प्रचार करने का सवाल ही नहीं उठता है। बीजेपी नवाब मालिक के लिए प्रचार न करने की बात कर रही है लेकिन उनकी बेटी सना मालिक का समर्थन कर रही है. सना मलिक को NCP ने अनुशक्तिनगर से उम्मीदवार बनाया है और भाजपा ने उन्हें अपना समर्थन देने की बात कही है.
देखा जाए तो महाराष्ट्र चुनाव में सिर्फ शिवाजीनगर ही एक मात्र सीट नहीं है जहां महायुति दलों ने ही एक दूसरे के खिलाफ अपने कैंडिडेट नॉमिनेट किए हैं. जैसे शिवाजीनगर में शिंदे की शिवसेना और अजीत की NCP के कैंडिडेट आमने सामने हैं वैसे ही काटोल सीट में NCP और बीजेपी के कैंडिडेट्स के बीच टकराव है. NCP ने नरेश अरसड़े तो बीजेपी ने चरण सिंह ठाकुर को मैदान में उतारा है. तो कुलमिलाकर महाराष्ट्र की 288 सीटों में दो ऐसी सीटें हैं जहां NCP और शिवसेना, और NCP और बीजेपी आपस में ही चुनाव लड़ रही हैं और ऐसे में इसका फायदा महाविकास अघाड़ी दलों के कैंडिडेट्स को मिल सकता है. ऐसा माना जा रहा है कि इन दो सीटों के कारण NDA और NCP में फुट पड़ सकती है। खैर महाराष्ट्र में 20 नवंबर को वोटिंग होगी और 23 नवंबर को रिजल्ट भी जारी हो जाएंगे वैसे आपको क्या लगता है महाराष्ट्र में इस बार किसकी सरकार बन सकती है हमें कमेंट में जरूर बताएं।
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