शासकीय महाविद्यालय मड़वास में वृद्ध जन दिवस पर आयोजन सीधी. मध्यप्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार शासकीय महाविद्यालय मड़वास में वृद्ध जन दिवस का आयोजन महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. आई.पी.प्रजापति के मार्गदर्शन में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती की पूजा-अर्चना के साथ हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शिक्षक प्रयागदास साकेत उपस्थित रहे। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि बुजुर्गों की सेवा करना ही मानव जीवन की सबसे बड़ी सेवा है। कार्यक्रम में वक्ता के रूप में उपस्थित डॉ. दीपक अग्निहोत्री ने पद्मश्री डॉ सुनील जोशी की पंक्तिया "रहमत सिर्फ बरसती हैं उन्हीं लोगों पर, जिनके दामन में बुजुर्गों की दुआ होती हैं।" के साथ कहा कि बुजुर्ग समाज के धरोहर व आधारस्तंभ होते है इन्हीं के आशीर्वाद से हमारा पालन-पोषण होता है। द्वितीय वक्ता डॉ. लक्ष्मीकांत कुशवाहा ने कहा कि बुजुर्ग अपने जीवन के अनुभव का लाभ हमें देते हैं, जिससे हमें जीवन यापन करना सरल हो जाता है। कार्यक्रम में उपस्थित छात्र-छात्राओं में से काजल गुप्ता, शीलू शुक्ला, राजकुमार गुप्ता, निशा साहू, आरती पनिका, सावित्री विश्वकर्मा, आँचल सेन आदि ने कविताओं और गीतों के माध्यम से वृद्धजनों पर अपनी बात कही, तो वहीं छात्रा कंचन गुप्ता ने वृद्धजन दिवस के इतिहास पर बात रखी। कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ. ज्योति रजक ने किया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से डॉ. राजेश पटेल, डॉ अनुराग तिवारी, सुंदर लाल प्रजापति, डॉ. कमलेश जायसवाल, डॉ संगीता मिश्रा, डॉ सौरभी गुप्ता, डॉ निशा सिंह, डॉ अमिता खरे, प्रवीण कुमार साकेत, दीपराज प्रजापति, डॉ संध्या वर्मा, अनिल केवट सहित महाविद्यालय के छात्र-छात्रायें उपस्थित रहे।
Sidhi News: रहमत सिर्फ बरसती हैं उन्हीं लोगों पर, जिनके दामन में बुजुर्गों की दुआ होती है...
शासकीय महाविद्यालय मड़वास में वृद्ध जन दिवस पर आयोजन सीधी. मध्यप्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार शासकीय महाविद्यालय मड़वास में वृद्ध जन दिवस का आयोजन महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. आई.पी.प्रजापति के मार्गदर्शन में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती की पूजा-अर्चना के साथ हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शिक्षक प्रयागदास साकेत उपस्थित रहे। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि बुजुर्गों की सेवा करना ही मानव जीवन की सबसे बड़ी सेवा है। कार्यक्रम में वक्ता के रूप में उपस्थित डॉ. दीपक अग्निहोत्री ने पद्मश्री डॉ सुनील जोशी की पंक्तिया "रहमत सिर्फ बरसती हैं उन्हीं लोगों पर, जिनके दामन में बुजुर्गों की दुआ होती हैं।" के साथ कहा कि बुजुर्ग समाज के धरोहर व आधारस्तंभ होते है इन्हीं के आशीर्वाद से हमारा पालन-पोषण होता है। द्वितीय वक्ता डॉ. लक्ष्मीकांत कुशवाहा ने कहा कि बुजुर्ग अपने जीवन के अनुभव का लाभ हमें देते हैं, जिससे हमें जीवन यापन करना सरल हो जाता है। कार्यक्रम में उपस्थित छात्र-छात्राओं में से काजल गुप्ता, शीलू शुक्ला, राजकुमार गुप्ता, निशा साहू, आरती पनिका, सावित्री विश्वकर्मा, आँचल सेन आदि ने कविताओं और गीतों के माध्यम से वृद्धजनों पर अपनी बात कही, तो वहीं छात्रा कंचन गुप्ता ने वृद्धजन दिवस के इतिहास पर बात रखी। कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ. ज्योति रजक ने किया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से डॉ. राजेश पटेल, डॉ अनुराग तिवारी, सुंदर लाल प्रजापति, डॉ. कमलेश जायसवाल, डॉ संगीता मिश्रा, डॉ सौरभी गुप्ता, डॉ निशा सिंह, डॉ अमिता खरे, प्रवीण कुमार साकेत, दीपराज प्रजापति, डॉ संध्या वर्मा, अनिल केवट सहित महाविद्यालय के छात्र-छात्रायें उपस्थित रहे।
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