रीवा। प्रदेश का पांचवा रीजनल इंडस्ट्रियल कांक्लेव रीवा में सफलता पूर्वक आयोजित हुआ। जहां पर करीब ३१ हजार करोड़ रुपए से अधिक के निवेश का प्रस्ताव आया है। इसमें दस राज्यों के उद्योगपतियों ने हिस्सा लिया और निवेश की इच्छा जताई है। इस कार्यक्रम के जरिए सरकार ने यह संकल्प भी दोहराया है कि विंध्य क्षेत्र का विकास अब किसी भी हाल में नहीं थमेगा। इसके लिए हर तरह के संसाधन मुहैया कराए गए हैं। अब उद्योगों की स्थापना से इस क्षेत्र में रोजगार के साथ ही विकास की नई राह खुलेगी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश ऐसा राज्य है जहां पर उद्योगों के लिए सबसे सरल नीति है। यह माहौल भी ऐसा है, जब निवेश का स्वागत करने के लिए सरकार खड़ी है। रीजनल कांक्लेव के जरिए प्रदेश के हर हिस्से में बराबर विकास का प्रयास किया जा रहा है। विंध्य क्षेत्र में उद्योगों के साथ पर्यटन को भी जोड़ रहे हैं ताकि यह क्षेत्र समृद्ध बने। मुख्यमंत्री ने कई निवेशकों से वन टू वन चर्चा की और आश्वासन दिया है कि सरकार की ओर से कोई प्रशासनिक रुकावट नहीं आएगी। हर जिले में उद्योग प्रकोष्ठ गठित कर दिए गए हैं। सिंगल विंडो सिस्टम के माध्यम से जल्द एनओसी दी जाएगी ताकि उद्योग जल्दी लग सकें।
इन उद्योगों ने निवेश का दिया प्रस्ताव
- पतांजलि फूड्स 1000 करोड़
- सिद्धार्थ इंफाटेक 12800 करोड़
- ऋत्विक प्रोजेक्ट 4000 करोड़
- केजीएस सीमेंट 14000 करोड़
- रामा ग्रुप 500 करोड
- सोलर एएमसी सर्विस प्रा.लि. 400 करोड़
- बीपीसीएल पेट्रोकेमिकल 300 करोड़
- शारदा मिनरल्स ग्रुप 225 करोड़
- एस गोयंका ग्रुप 200 करोड़
- शिवशक्ति कंस्ट्रक्शन कंपनी 175 करोड़
- आडानी ग्रुप--सिंगरौली में 2528 करोड़
- जय प्रकाश पावर बेंचर 750 करोड़
- एनटीपीसी सोलर प्लांट के लिए 103 करोड़
- अल्ट्राटेक सीमेंट मैहर में 3000 करोड़
- निसर्ग इस्पात सीधी में 1000 करोड़
- अन्य उद्योग 2063 करोड़
पतंजलि ग्रुप मऊगंज और उज्जैन में करेगा निवेश
पतंजलि ग्रुप के आचार्य बालकृष्ण ने कहा है कि उज्जैन में योग और आयुर्वेद का संस्थान बनाएंगे। साथ ही मऊगंज में सरसो तेल या अन्य खाद्य प्रसंस्करण की इकाई डालने के इच्छुक हैं। इस दौरान यह भी कहा कि इस क्षेत्र के किसानों की आय बढ़ाने में भी मदद की जाएगी। किसान अपनी फसल बाजार में बेचने के लिए स्वतंत्र रहेंगे लेकिन जो फसल बचेगी वह खरीदने की गारंटी दी जाएगी।
सोलर एनर्जी ने चलने वाला दुनिया का पहला सीमेंट
प्लांट
डालमिया भारत समूह के सीएमडी पुनीत डालमिया ने
कहा है कि वह विंध्य में तीन हजार करोड़ रुपए का निवेश करने जा रहे हैं। यह प्लांट
दुनिया का ऐसा पहला प्लांट होगा जो स्वयं की सोलर एनर्जी से चलेगा। उत्पादन के साथ
ही हम यह भी संदेश देंगे कि एक ओर हम विकास की गति में आगे बढ़ रहे हैं तो दूसरी ओर
पर्यावरण की रक्षा करने की चिंता भी है।
किसने क्या कहा
सीएम बधाई के पात्र हैं जिन्होंने रीजनल कांक्लेव की शुरुआत की है। महाकाल की नगरी से शुरू हुआ अभियान महामृत्युंजय की नगरी रीवा में बड़े स्वरूप में पहुंचा है। जिस तरह से रीवा सहित पूरे विंध्य में उद्योगों के लिए संभावनाएं हैं और सकारात्मक सहयोग मिल रहा है। उससे आने वाले दिनों में यह क्षेत्र अग्रणी बनकर उभरेगा। प्रहलाद पटेल, प्रभारी मंत्री
कुछ समय पहले तक संसाधनों की कमियां थी जिसके चलते विकास में यह क्षेत्र पिछड़ रहा था। अब यहां की धरती दौलत पैदा करने लगी है। बाणसागर बांध, ह्वाइट टाइगर सफारी, सोलर पॉवर प्लांट और एयरपोर्ट की उपलब्धियों से भी बढ़कर रीजनल कांक्लेव साबित होगा। हरित, औद्योगिक और पर्यटन की क्रांति यहां आएगी। राजेन्द्र शुक्ला, उप मुख्यमंत्री
मध्यप्रदेश के देश के टॉप पांच बड़े अचीवर राज्यों में शामिल है। हर क्षेत्र में तेजी से विकास हुआ है। उद्योगों के लिए बिजली, पानी जैसी सुविधाएं सरप्लस में हैं। यहां की खासियत यह है कि अंदर-बाहर का कोई फर्क नहीं होता। यहां जो भी आता है, यहीं का होकर रह जाता है। सरकार ने नीति में संसाधनों कर उद्योगों के लिए माहौल तैयार किया है। अनुराग जैन, मुख्य सचिव
पहली बार रीजनल कांक्लेव होने से एक माहौल तो तैयार हो गया है। कुछ बड़े औद्योगिक घराने के लोग भी आए थे और कहकर गए हैं कि बड़ा निवेश करेंगे। दो-चार भी बड़े निवेश हुए तो उनके सपोर्ट में छोटे कारोबार को भी अवसर मिलेंगे। रीवा सहित पूरे विंध्य को इसका फायदा मिलेगा। राजीव खन्ना, अध्यक्ष उद्योग विहार एसोसिएशन रीवा
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