रहिये अपडेट, रीवा. अतिशेष शिक्षकों की काउंसिलिंग में विज्ञान संकाय के शिक्षकों के खाली पद नहीं होने की वजह से शिक्षकों की परेशानी बढ़ गई है। सबसे नजदीकी पोस्टिंग सिंगरौली जिले में मिल रही है। अधिकांश शिक्षिकाएं परिवार के साथ यहां रह रही हैं, यदि दूसरे जिले में पोस्टिंग दी जाएगी तो बड़ा संकट खड़ा हो जाएगा। इस मांग को लेकर शिक्षकों का समूह उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ला के अमहिया स्थित आवास पर पहुंचा। जहां पर घंटे भर से अधिक समय तक सभी शिक्षक धरने पर बैठे रहे।
काफी देर के बाद उप मुख्यमंत्री शुक्ला बाहर निकले तब उनसे अपनी बात रखी। शिक्षकों की समस्याएं सुनने के बाद शुक्ला ने शिक्षा मंत्री से बात की और कहा कि अधिकांश महिलाएं हैं इनके सामने परिवार का संकट भी खड़ा होगा। इसलिए काउंसिलिंग की प्रक्रिया फिलहाल मार्च महीने तक रोकी जाए ताकि इस सत्र में किसी तरह की असुविधा नहीं हो। शिक्षा मंत्री ने फोन पर कहा कि शिक्षकों की समस्याएं नहीं हों, ऐसा प्रयास किया जाएगा। देर शाम तक भोपाल से किसी तरह का निर्देश अधिकारियों के पास तक नहीं पहुंचा, जिसकी वजह से काउंसिलिंग के लिए नोटिस जारी की गई है। इन शिक्षकों को गत दिवस भी काउंसिलिंग के लिए बुलाया गया था। जिसमें अधिकांश ने काउंसिलिंग में हिस्सा नहीं लिया था। रीवा जिले में काउंसिलिंग के दौरान स्कूलों में विज्ञान के पद रिक्त नहीं बताए जा रहे हैं। इस कारण जिले के बाहर पोस्टिंग दी जा रही है। सीधी, सतना में भी यही हाल है। सिंगरौली में भेजा जा रहा है, जिसके चलते शिक्षकों का विरोध प्रदर्शन हो रहा है। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि जिन स्कूलों में १४० से ऊपर छात्र संख्या होगी वहीं पर ही विज्ञान विषय के शिक्षकों की नियुक्ति होगी। अधिकांश जगह जहां छात्र संख्या कम है, वहां पर पहले से पदस्थ शिक्षकों को अतिशेष कर दिया गया है।
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