रीवा। विंध्य क्षेत्र के जिलों में कई बघेली व्यंजन जो यहां प्रसिद्ध रहे हैं, उन्हें अब रीजनल कांक्लेव में अतिथियों को परोसा जाएगा। भोजन की व्यवस्था की जिम्मेदारी पर्यटन विभाग और खाद्य विभाग के अधिकारियों की ओर से की जा रही है। इन चीजों को किया गया मेन्यू में शामिल-
- बगजा: बेसन के जलेबीनुमा सेवई को दही के मट्ठे मे डाल कर बनाया गया व्यंजन।
- पनबुड़ा: चावल के आटे से बने रोटी मे दाल का मिश्रण भर कर भाप में पकाया हुआ गुझिया।
- रिकमज की सब्ज़ी: विभिन्न दाल के मिश्रण के पकौड़े को दही के करी में पकाया गया व्यंजन, अनोखा स्वाद होता है।
- रसाज की कढ़ी: दही और बेसन से बनी हल्की, पाचक कढ़ी जो स्वाद और स्वास्थ्य का संतुलन प्रदान करती है।
- महेरी: चावल और मट्ठे से तैयार हल्का और पौष्टिक व्यंजन।
- दरभरी पूरी और गुराम: दरभरी पूरी के साथ गुड़ से बनी पारंपरिक मिठाई, जो ठंड के मौसम में लाभकारी मानी जाती है।
- खुरचन रोल: मलाई से बना मीठा रोल, जिसमें कैल्शियम और प्रोटीन की भरपूर मात्रा होती है।
- लौंग लता: घी और सूखे मेवों से भरी, जो खास अवसरों पर बनाई जाती है।
- लाटा: महुआ के फल और तिल से बना लड्डू, बघेलखंड की विशेष पेशकश।
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