रीवा। शहर के कोठी कंपाउंड एरिया में स्थित मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला को हटाए जाने की तैयारी के बीच विभाग ने इस पर आपत्ति दर्ज कराई है। विभागीय अधिकारी ने कई तकनीकी कारण बताते हुए तात्कालिक रूप से हटाने में असमर्थता जाहिर की है। इसके लिए वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र लिखकर कहा है कि मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला इंजीनियरों की देखदेख में ही शिफ्ट करना उचित है अन्यथा नुकसान की आशंका है। सहायक मिट्टी परीक्षण अधिकारी ने विभाग के संयुक्त संचालक और उप संचालक को पत्र लिखकर पूरी स्थिति से अवगत कराया है और मागदर्शन मांगा है। कोठी कंपाउंड के शिव मंदिर का विस्तार कराए जाने के लिए कुछ समय पहले भी मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला के भवन का एक हिस्सा गिराया गया था। अब उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ला ने निरीक्षण के दौरान कलेक्टर से मंदिर के लिए और भूमि की आवश्यकता बताते हुए कहा है कि प्रयोगशाला का कार्यालय कहीं और शिफ्ट किया जाए।
पत्र में गिनाई कई असमर्थताएं
मौखिक निदे्रश प्राप्त होने के बाद सहायक मिट्टी परीक्षण अधिकारी ने अपने पत्र में
कहा है कि शिल्पी प्लाजा के दूसरे और तीसरे मंजिल में शिफ्ट करने की संभावना है।
प्रयोगशाला के लिए भूतल एवं खुला स्थान उपयुक्त होता है। डिस्टलेशन इकाई के लिए
पर्याप्त मात्रा में पानी की जरूरत होती है, इसके लिए
स्वतंत्र नलकूल होना जरूरी है। मिट्टी का परीक्षण कराने के लिए बोरियों में
मिट्टियां लाई जाती हैं, जिन्हें ऊपरी मंजिल तक सीढ़ियों के जरिए
पहुंचाने में कठिनाई होगी। लाखों की एएएस मशीन को नए स्थान पर शिफ्ट करने के लिए
दिल्ली और हैदराबाद के इंजीनियर बुलाने पड़ेंगे, जिससे स्टालेशन
और कैलिब्रेशन चार्ज भी अधिक लगेगा। केन्द्र सरकार द्वारा प्रयोगशाला को एनएबीएल
कराए जाने की प्रक्रिया चल रही है, शिफ्टिंग से प्रक्रिया प्रभावित होगी।
इनदिनों रबी सीजन चल रहा है और मिट्टी परीक्षण के लिए नमूने अधिक आ रहे हैं।
शिफ्टिंग से कई दिनों तक किसान परेशान होंगे। मांग उठाई गई है कि इस शिफ्टिंग में
समय लगेगा और बजट की भी जरूरत होगी, इसलिए मार्गदर्शन वरिष्ठ कार्यालय से
मांगा गया है।
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