रीवा में गणतंत्र दिवस की शाम संयुक्त किसान मोर्चा और पुलिस के बीच जमकर टकराव की स्थिति निर्मित हो गई। दरअसल किसान मोर्चा द्वारा शहर के बीचो-बीच ट्रैक्टर रैली निकालने की मांग थी, जिसे पुलिस ने ट्रैफिक और सुरक्षा कारणों से रोकने का प्रयास किया। किसान नेताओं ने पुलिस पर आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें आतंकी की तरह घेर लिया गया। हालांकि, किसान मोर्चा और पुलिस के बीच हुई नोकझोंक के बाद शाम में रैली निकालने की अनुमति दे दी गई।
बतादें कि, संयुक्त किसान मोर्चा ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर प्रशासन और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए ट्रैक्टर रैली निकालने का ऐलान किया था। सुबह से ही बड़ी संख्या में किसान नेता और उनके समर्थक ट्रैक्टर रैली की तैयारी में जुटे हुए थे, लेकिन भीड़भाड़ वाले इलाके में रैली निकालने को लेकर पुलिस ने आपत्ति जताई।
ट्रैफिक व्यवस्था को बनाए रखने का हवाला देते हुए पुलिस ने रैली को आगे बढ़ने से रोका। इस दौरान किसान नेता अपनी मांग पर अड़े रहे और दोनों पक्षों के बीच तनाव बढ़ता गया। कुछ समय के लिए स्थिति इतनी ज्यादा गंभीर हो गई कि लाठीचार्ज की स्थिति बन गई। करीब 2 घंटे तक चली बातचीत के बाद, प्रशासन ने कुछ शर्तों के साथ किसान मोर्चे को रैली निकालने की अनुमति दी। इस दौरान करहिया मंडी पूरी तरह से पुलिस छावनी में तब्दील हो गई। पुलिसकर्मी डंडों, हेलमेट और सुरक्षा जैकेट के साथ तैनात दिखे।
No comments
Post a Comment