रीवा. स्थानीय कृष्णा राजकपूर ऑडिटोरियम में चार दिवसीय चित्रांगन अंतर्राष्ट्रीय फिल्म एवं नाट्य महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। महोत्सव के दूसरे दिन दोपहर में जहां विभिन्न फिल्मों का प्रदर्शन किया गया। वहीं शाम को बिहार के नाट्य दल द्वारा नाटक फुल नौटंकी का यादगार प्रदर्शन किया गया। कलाकारों की अदाकारी ने उपस्थित दर्शकों को बांधे रखा। दर्शक देर तक तालिया बजाने के लिए मजबूर हुए। द्वितीय दिवस प्रदर्शित फिल्म मुख्य रूप से अमृत मंथन, डायनिंग टेबल, सार्थक शिक्षा रही।
बिहार के कलाकारों ने नाटक फुल नौटंकी के माध्यम से समाज की विकृतियों को उजागर करते हुए लोगों को खूब हंसाने का काम किया। मंच पर कलाकारों की उम्दा कलाकारी की लोगों ने खूब सराहना की। वहीं स्थानीय कलाकार प्रभात और आतिशी के गीतों पर भी लोग झूमते रहे। नाट्य महोत्सव के तृतीय दिवस नाटक चंदा बेड़नी की प्रस्तुति होगी। इसे लेकर आ रहे संजय जादौन ग्वालियर से, जिसका लेखक निदेशक अलखनंदन द्वारा किया गया। इस दौरान विभू सूरी, राज तिवारी भोला सहित कार्यक्रम के आयोजक निदेशक अंकित मिश्रा, दिव्यांशु गौतम, शुभम पाण्डेा, सिद्धार्थ दुबे, शुभांगी, हर्ष सिंह, गौरव सिंह सहित अन्य कलाकार एवं नाट्य कलाकार और भारी संख्या में कलाप्रेमी मौजूद रहे।
विंध्य की कला को मिल रही मजबूती
महोत्सव में पहुंचे डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि चित्रांगन फिल्म एवं नाट्य महोत्सव का आयोजन पांचवे वर्ष में आ गया है। पांचवे वर्ष देखकर लग रहा की रीवा का यह महोत्सव मुंबई, भोपाल के आयोजन के बराबर ही है। किसी मामले में कम नहीं है। यह विंध्य की कला, संस्कृति एवं पर्यटन को बढ़ाने वाला आयोजन हैं। रंग उत्सव की पूरी टीम को उन्होंने बधाई दी।
पुस्तक मेले में उमड़ रही भीड़
इस दौरान आयोजित पुस्तक मेले में भारी भीड़ उमड़ रही है। पुस्तक मेले में देश के प्रतिष्ठित साहित्यकारों की कृतियों के साथ ही धार्मिक एवं ऐतिहासिक पुस्तकों का वृहद संग्रह है। आयोजकों ने बताया कि रीवा के साहित्यकारों के लिए यह अच्छा अवसर है कि उनको एक ही जगह देश के जाने-माने रचनाकारों की पुस्तकें उपलब्ध हैं।
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