Electronic buses will soon run in Rewa:रीवा शहर में नगर निगम द्वारा बीते दो वर्ष से अधिक समय से इलेक्ट्रानिक बसों के लिए चार्जिंग स्टेशन बनाए जाने की प्रक्रिया चल रही है। इसके लिए पड़रा में स्थान भी आरक्षित किया गया है। चार्जिंग स्टेशन नहीं बनाए जाने की वजह से शहर में इन बसों का संचालन नहीं हो पा रहा है। नगर निगम ने कई बार रीवा शहर एवं शहर से दूसरे जिलों के शहरों को जोड़ने के लिए इलेक्ट्रानिक यात्री बसें चलाने के लिए टेंडर भी जारी किया है। बस आपरेटर्स का कहना है कि जब तक चार्जिंग स्टेशन नहीं बनाया जाएगा तब तक वह बसों का संचालन नहीं करेंगे। इस संबंध में निगम अधिकारी लगातार बस आपरेटर्स से संवाद स्थापित कर रहे हैं।
बतादें कि अमृत योजना के सूत्र सेवा के तहत शहरों में बसें चलाई जा रही हैं। अब डीजल बसों की जगह हर जगह इलेक्ट्रानिक बसें चलाने के लिए कहा गया है। इसके पहले चरण में प्रदेश में कुल 126 ई-बसें चलाने की अनुमति मिली है। जिसमें रीवा में छह, सतना में दो, सिंगरौली में दो, कटनी चार, सागर 14, उज्जैन 16, भोपाल 22, इंदौर 26, जबलपुर 14, ग्वालियर चार, देवास में दस एवं खंडवा में छह बसें चलाने की अनुमति मिली है।
इलेक्ट्रानिक बसें संचालित करने के लिए बीते साल नगर निगम ने 18 बसों के संचालन का प्रस्ताव भेजा था। इसके लिए 13.83 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान था। इसमें रीवा से मैहर (70 किमी), रीवा से मऊगंज (66 किमी), रीवा से चित्रकूट (132 किमी), रीवा से सीधी (71 किमी), रीवा से चाकघाट (82 किमी), रीवा से हनुमना (92 किमी), रीवा से सिरमौर (39 किमी) आदि स्थानों के लिए बसें चलाने का प्रस्ताव भेजा गया था। जिसमें शासन ने कटौती करते हुए केवल नौ करोड़ रुपए से छह बसों के संचालन की स्वीकृति दी है। अब तीन रूटों पर बसें चलेंगी, जिसके तहत रीवा से चित्रकूट, सीधी और मऊगंज के लिए दो-दो बसें चलाई जाएंगी। तीन स्थानों पर हर बस करीब दो चक्कर लगाएगी।
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