रीवा. भारतीय जनता पार्टी के पंचायत एवं ग्रामीण मंत्री प्रहलाद पटेल के द्वारा जनता के लिए भिखारी शब्द उपयोग किये जाने के विरोध में जिला कांग्रेस कमेटी रीवा ग्रामीण के अध्यक्ष राजेन्द्र शर्मा व शहर अध्यक्ष लखनलाल खण्डेलवाल के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट के समक्ष धरना-प्रदर्शन किया गया। साथ ही राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन कलेक्टर रीवा के प्रतिनिधि के रूप में अनुविभागीय दण्डाधिकारी तहसील हुजूर को सौंपा गया।
जिलाध्यक्ष शर्मा ने मंत्री प्रहलाद पटेल के बयान की निंदा की और कहा कि भाजपा के मुख्यमंत्री को प्रहलाद पटेल का इस्तीफा लेना चाहिए। लोकतंत्र और जनता का अपमान करने वाले भाजपा के ऐसे मंत्री को राज्यपाल को उनके मंत्री पद से बर्ख्वास्त करना चाहिए, क्योंकि भारत का लोकतंत्र जनता को सर्वोपरि मानता है और लोकतंत्र में सत्ता सेवा का माध्यम होती है। उन्होंने कहा कि जनता के द्वारा दिए गए टैक्स को अपना धन समझकर जनता को भिखारी की संज्ञा देने वाले पटेल भाजपा के अकेले नेता नहीं है।
भाजपा का यही चरित्र है। वहीं पूर्व राज्यसभा सांसद राजमणि पटेल ने कहा कि प्रहलाद पटेल द्वारा कही गयी भाषा वास्तव में उनकी नहीं है यह भाषा मूल रूप से आरएसएस की है। ये भाषा मोदी जी की है, जो किसी न किसी तरीके से देश की संप्रभुता को तोड़ना चाहती है, और देश में नफरत का वातावरण बनाना चाहती है। धरना-प्रदर्शन में जिला संगठन मंत्री रवि तिवारी, विद्यावती पटेल, कविता पाण्डेय, गिरीश सिंह, रमाशंकर सिंह, बबिता साकेत, विमलेन्द्र तिवारी, सज्जन पटेल, मुस्तहाक खान, केके गुप्ता, अनिल मिश्रा, दिलीप सिंह, शहीद मिस्त्री, नृपेन्द्र सिंह पिन्टू, राजेश मिश्रा बब्बू, डॉ. विमल दुबे सहित सैकड़ोंं कांग्रेस पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल रहे।
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