नगर निगम के 660 करोड़ के बजट को मिली परिषद की स्वीकृति, भाजपा पार्षदों ने भी मचाया शोरशराबा
रीवा। नगर निगम परिषद की बैठक में बजट पर चर्चा में पिछली बैठक में हुए बवाल के बाद महापौर और एमआईसी सदस्यों के साथ ही सभी कांग्रेसी पार्षदों ने गुरुवार को बायकॉट किया। सत्ता पक्ष के बैठक में नहीं आने की वजह से भाजपा के पार्षदों ने ही आपस में चर्चा की और बजट को लेकर अपनी प्रतिक्रियाएं जाहिर की। इस दौरान भी शोरशराबा होता रहा और 660 करोड़ रुपए की आय और ६७३ करोड़ के अनुमानित व्यय वाले बजट को स्वीकृति दी गई। बजट पर चर्चा के दौरान भाजपा के पार्षदों ने जमकर महापौर एवं एमआईसी पर आरोप लगाए। कई मामलों में एमआईसी की गैर हाजिरी में आयुक्त सौरभ सोनवणे को जवाब देना पड़ा।
चर्चा के दौरान निर्दलीय पार्षद नम्रता सिंह ने कचरा क्लस्टर प्रोजेक्ट पहड़िया और शहर में ग्रीन स्पेश निर्माण के नाम पर भारी भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। इस दौरान पार्षद नम्रता ने यह भी कहा कि इस पूरे मामले में सभी मिले हुए हैं। इसके अलावा कई अन्य मुद्दों पर वह सत्ता पक्ष के साथ ही विपक्ष पर भी आरोप लगा रही थी। कई भाजपा पार्षदों ने उनके शब्दों को लेकर आपत्ति दर्ज कराई और कार्रवाई की मांग उठाई। जिसके चलते स्पीकर ने सदन से निलंबित करते हुए बाहर जाने के लिए कहा। साथ ही कहा कि यह आचरण संसदीय परंपरा के अनुकूल नहीं है। लगातार अनुशासनहीनता का उल्लेख करते हुए स्पीकर ने आगामी दो बैठकों के लिए भी निलंबित रखने का निर्देश दिया।
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