रीवा: रीवा जिले की मनगवां विधानसभा के अंतर्गत आने वाले मौहरिया गांव में सड़क की बदहाली ने एक बार फिर ग्रामीणों का दर्द उजागर कर दिया है। यहां सड़क न होने के कारण एक बीमार महिला को इलाज के लिए चारपाई पर लादकर अस्पताल ले जाना पड़ा। ग्रामीणों का आरोप है कि साल 2015 में सड़क का भूमिपूजन होने के बावजूद ठेकेदार और नेताओं की मिलीभगत से निर्माण कार्य नहीं हुआ और टेंडर का पैसा खा लिया गया।
यह घटना इंद्रराज यादव के परिवार के साथ घटी। उनकी मां का हाल ही में एक दुर्घटना के बाद अस्पताल में इलाज चल रहा था। अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद उन्हें घर लाया गया, लेकिन अचानक उनकी तबियत फिर बिगड़ गई। सड़क न होने के कारण गांव तक एंबुलेंस या कोई वाहन नहीं पहुंच सका, जिसके चलते उन्हें मजबूरी में चारपाई पर लादकर मुख्य सड़क तक ले जाना पड़ा।
बारिश में दलदल बन जाता है रास्ता
ग्रामीणों के अनुसार, राजहा से मौहरिया को जोड़ने वाले इस कच्चे मार्ग की हालत बेहद खराब है। हल्की बारिश में ही यह रास्ता कीचड़ और दलदल में तब्दील हो जाता है, जिससे आवागमन पूरी तरह से ठप हो जाता है। बारिश के दिनों में ग्रामीणों को अक्सर इसी तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। बच्चों को स्कूल जाने, मरीजों को अस्पताल ले जाने और रोजमर्रा के काम के लिए लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
ग्रामीणों में इस बात को लेकर भारी आक्रोश है कि सालों पहले सड़क का भूमिपूजन होने के बाद भी उसका निर्माण नहीं हुआ। यह घटना एक बार फिर प्रशासन की उदासीनता और विकास कार्यों में हो रहे भ्रष्टाचार को दर्शाती है, जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है।
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