मध्यप्रदेश में सोमवार की सुबह घने कोहरे के साथ शुरू हुई। सबसे खराब स्थिति रीवा में रही, जहां विजिबिलिटी मात्र 50 मीटर रह गई और आगे कुछ भी नजर नहीं आ रहा था। वाहन चालक हेडलाइट जलाकर धीरे-धीरे आगे बढ़ने को मजबूर हुए। हालांकि प्रदेश के अधिकतर जिलों में यही हाल रहा। कई जगहों पर सुबह 11 बजे तक भी 2 से ढाई किलोमीटर दूर तक साफ दिखाई नहीं दे रहा था। ठंड के इस सीजन में यह पहली सुबह थी जब इतने बड़े पैमाने पर घना कोहरा छाया।
मौसम विभाग के अनुसार, कोहरे का सबसे ज्यादा असर रीवा और विंध्य क्षेत्र में देखा गया, जहां यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ। सड़कों और हाइवे पर वाहन रेंगते नजर आए, जिससे सुबह की सभी बसें और ट्रेनें देरी से पहुंचीं। रीवा का न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस पर स्थिर रहा। मौसम विभाग का कहना है कि बादल छाए रहने से तापमान में गिरावट रुकी हुई है, लेकिन बादल हटते ही पारा और नीचे जा सकता है।
घने कोहरे के कारण दलहन और सब्जी की फसलों पर पाला पड़ने का बड़ा खतरा मंडरा रहा है। कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को सलाह दी है कि खेत के कोनों पर धुआं करें और खेत में पर्याप्त नमी बनाए रखें ताकि नुकसान कम हो सके। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक कोहरे के जारी रहने की चेतावनी दी है।

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