एक माह के अंदर ही दूसरे नर कंकाल के रहस्य से पर्दा उठा
रीवा. रहस्यमयी हत्याओं की गुत्थी सुलझाने एवं नर कंकाल से कातिलों की तलास करने वाले एसडीओपी मऊगंज नवीन दुबे ने एक माह के अंदर ही दूसरे नर कंकाल को देखते ही रहस्य से पर्दा उठा दिया। नर कंकाल के पास मिले साक्ष्यों ने मृतक की पहचान बता दी। जैसे ही मृतक की शिनाख्त हुई एसडीओपी मऊगंज नवीन दुबे ने अंधी हत्या से पर्दा उठाते हुये कातिलों को धर दबोचा। गुरुवार के दिन न्यायालय में आरोपियों को पेश करने के बाद एएसपी मऊगंज ने पत्रकारों के बीच दो दिन पूर्व भवनकोदवारी के जंगल में मिले नर कंकाल का खुलासा कर दिया। बताया कि हत्या अवैध संबंधों को लेकर राम सुहावन सिंह गौंड उर्फ संतोष पिता स्व. रामदास गौंड निवासी जड़कुड थाना हनुमना की हत्या की गई थी। हत्या को अंजाम मृतक के ससुराल वालों ने दिया था। हत्या के आरोप में पुलिस टीम मऊगंज ने शिव बहादुर सिंह गौंड उर्फ छोटे पिता स्व. रजमोहन सिंह गौंड 50 वर्ष, भैयालाल सिंह गौंड उर्फ बब्बू पिता जयभारत सिंह गौंड 26 वर्ष, वंशबहादुर सिंह गौंड उर्फ लाला पिता हीरालाल सिंह गौंड 35 वर्ष, लालबहादुर सिंह गौंड पिता रामसहाय सिंह गौंड 22 वर्ष एवं दल प्रताप सिंह गौंड उर्फ देव प्रताप पिता तेज बलि सिंह गौंड 22 वर्ष सभी आरोपी निवासी दामोदरगढ़ थाना मऊगंज को गिरफ्तार कर लिया गया है।एक साल से मृतक रह रहा था ससुराल में साली से हो गया था प्यार
राम सुहावन सिंह गौंड उर्फ संतोष पिता स्व. रामदास गौंड निवासी जड़कुड थाना हनुमना बीते एक साल से अपनी ससुराल दामोदर थाना मऊगंज में रह रहा था। स्थानीय लोगों ने बताया कि इस बीच मृतक का अवैध अपनी साली से हो गया था। घटना तीन माह पूर्व की बताई जाती है रात में दारू मुर्गा पार्टी चली। सभी नशे में सो गये थे, इसी बीच मृतक और साली का मिलन हुआ। जिसे घर के लोगों ने देख लिया जो बर्दाश्त के बाहर हो गया। बताया जाता है कि सुसुराल वालों ने घर जमाई की खातिरदारी शुरु कर दी। और जंगल की ओर ले जाकर मौत के घाट उतार दिया। इतना ही नहीं शव को जंगल में बनी पत्थर की खखरी के बीच छुपा कर चले आये। इस बात का खुलासा तब हुआ जब मृतक के गांव वाले उसकी खोज करने ससुराल पहुंचे। और जंगल में नर कंकाल मिलने की सूचना पुलिस को मिली।पुलिस को गुमराह करने बयान में दिया एक जुटता का परिचय
कातिलों को आभास हो गया कि अब हत्या का रहस्य खुल जायेगा। मृतक की पत्नी थाना पहुंच कर अपने पति की गुमशुदगी दर्ज करवाने का प्रयास किया। साथ ही ससुराल पक्ष के सभी लोग एक ही जैसा बयान देकर पुलिस को गुमराह करते रहे। लेकिन एसडीओपी मऊगंज की नजर न छुप सका। वह फिर से दामोदर गांव पहुंचे और बरीकी से जान पड़ताल शुरु की। तो सारा रहस्य निकल कर सामने आया गया। वापस जब मृतक के ससुराल वालों से पूछतांछ की गई तो वह एसडीओपी के सवालों के आगे टूट गये और हत्या किये जाने की बात स्वीकार करते हुये कहा कि उनके दामाद ने उनकी बेटी के साथ अश्लील हरकते की थी जिसकी वजह से मौत के घाट उतार दिया गया। इतना नही ससुर ने बताया कि कुछ दिन पहले ही घटना स्थल में जाकर उसके कंकालों को तितर-बितर कर दिया था। ताकि उसकी पहचान न हो सके। लेकिन मौके पर मिले साक्ष्यों ने सारे रहस्य से पर्दा उठा दिया।
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