त्योंथर विधानसभा में युवा नेताओं का जोश, भाजपा का किला ढहाने राज ने कमांडो से मिलाया हाथ

Saturday, 28 January 2023

/ by BM Dwivedi

पूरे दमखम के साथ मैदान में डटे योगेंद्र


मध्यप्रदेश के रीवा जिले के त्योथर विधानसभा क्षेत्र में इन दिनों युवा नेताओं को लेकर विशेष चर्चा है। एक ओर जहां कांग्रेस से सिद्धार्थ तिवारी जनता के बीच चर्चा का विषय बने हुये है तो वहीं दूसरी ओर युवा नेताओं में भाजपा से योगेंद्र प्रताप सिंह का नाम चर्चाओं पर है। दोनो ही युवा नेता पूरी दमखम से त्योथर विधानसभा क्षेत्र में दौड़ मचाये हुये हैं। युवा नेताओं की गाडिय़ों का काफिला कस्बों से लेकर गांव की गलियों से धूल उड़ाती नजर आती है। दलित बस्तियों से लेकर गांव के मुखिया और प्रतिष्ठित लोगों को अपनी ओर आकर्षित करने में दोनो ही नेता जी जान से लगे हुये है।  हाल ही में एक तस्वीर निकल कर सामने आई जिसे देख भाजपाईयों के बीच खलबली सी मच गई। कांग्रेस के युवा नेता सिद्धार्थ तिवारी ने त्योथर विधानसभा से भाजपा का किला ध्वस्त करने के लिए जेल से छूटे क्रांतिकारी नेता कमांडो अरुण गौतम से हाथ मिला लिया। जो भाजपा की राजनीति का शिकार होकर रासुका में गिरफ्तार किये गये थे। कमांडो अरुण गौतम और उनके समर्थकों का आरोप है कि उनकी बढ़ता जन समर्थन देख भाजपा विधायक के इशारे पर पुलिस ने गिरफ्तार कर रासुका की कार्रवाही की थी।

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सुलग रही चिंगारी को गले लगकर राज ने दी हवा

कमांडो अरुण गौतम को पुलिस प्रयागराज यूपी से पकड़ लाई। और उन पर रासुका की कार्रवाही कर जेल में डाल दिया। कमांडो के समर्थकों का कहना है रासुका लगाने के लिए पुलिस सत्ता के इशारे पर पहले ही भूमिका बना रही थी। पुलिस द्वारा पकड़े जाने और रासुका जैसी गंभीर धारा लगा कर जेल में डालने से सेनि. कमांडो अरुण गौतम के दिल में सत्ताधारी के विरुद्ध चिंगारी सुलग गई। जिसका फायदा उठाने के लिए कांग्रेस के युवा नेता सिद्धार्थ तिवारी राज प्रयागराज नैनी जा पहुंचे। और एक दूसरे से गले मिलकर त्योथर से भाजपा को उखाड़ फेंकने और कांग्रेस का परचम लहराने का प्रस्ताव रखा। सिद्धार्थ के प्रस्ताव पर क्रांतिकारी नेता सेनि. कमांडो क्या विचार करते है यह तो आने वाला समय ही बतायेगा। लेकिन यह तो तय है कांग्रेस के युवा नेता सिद्धार्थ लोकसभा हारने के बाद विधानसभा सीट हासिल करने के लिए पूरे जोश खरोश के साथ मैदान में दौड़ लगा रहे हैं।

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समरसता से रस भर रहे भाजपा के युवा नेता योगेंद्र

कांग्रेस के युवा नेता सिद्धार्थ तिवारी राज और भाजपा के युवा नेता योगेंद्र प्रताप सिंह में सबसे बड़ा फर्क यह है कि सिद्धार्थ तिवारी रीवा शहर के साथ ही मनगवां विधानसभा से तालुक रखते है। जो त्योथर विधानसभा के लोगों के गले से नहीं उतर रहा है। वहीं दूसरी ओर भाजपा के युवा नेता योगेंद्र प्रताप सिंह त्योथर विधानसभा क्षेत्र के जनेह स्थित कूड़ी गांव के रहने वाले है। इसकी वजह से त्योथर विधानसभा में स्थानीय और बाहरी होने बयार बह निकली है। बताया जाता है कि भाजपा के युवा नेता योगेंद्र प्रताप सिंह राष्ट्रीय सामाजिक समरसता संगठन के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष होने के कारण त्योथर विधानसभा क्षेत्र में बीते तीन साल से जनता के बीच समरसता का रस भर रहे। गांव-गांव, बस्ती-बस्ती जाकर दलित से लेकर गांव के बुजुर्गो से मेल मिलाप कर रहे। बीच-बीच में समरसता की गंगा बहाने के लिए धार्मिक आयोजन कर लोगो के बीच अच्छी खासी पैठ बना रहे। हलांकि यह तो पार्टी तय करेगी त्योथर विधानसभा से भाजपा के ही विधायक को फिर से मैदान में उतारेगे या फिर चेहरा बदल कर जनता को युवा नेता देगे या फिर लाइन में लगे अन्य दावेदारों में से किसी को मैदान में उतारेगे। फिलहाल भाजपा से जो भी प्रत्याशी मैदान में होगा उसके लिए भाजपा के युवा नेता योगेंद्र प्रताप सिंह कवच का काम करेंगे।

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कांग्रेस का गढ़ था त्योथर विधानसभा, श्रीयुत ने लहराया था परचम

यदि हम त्योथर विधानसभा के चुनावी इतिहास को खंगालते है तो 1977 में पहली बार कांग्रेस का परचम स्व. श्रीयुत श्रीनिवास तिवारी ने जनसंघ से मैदान में उतरे रामलखन सिंह पटेल को हरा कर लहराया था। उसके बाद भाजपा के प्रत्याशी रहे सुशील कुमार को हराने के बाद पंडित श्रीनिवास तिवारी अपने घर वापसी कर मनगवां से चुनाव लड़ते रहे। और त्योथर विधानसभा में 1985 में कांग्रेस से गरुण कुमार मिश्रा एलकेडी से मैदान में रमाकांत तिवारी को हरा कर विधायक चुने गये। 1990 के चुनाव में जनता दल से चुनाव मैदान में आये रामलखन सिंह पटेल को हरा कर रमाकांत तिवारी कांगे्रस से विधायक बने। 1993 के चुनाव में त्योथर विधानसभा की जनता कांग्रेस से नाता तोड़ दी और जनता दल से रामलखन सिंह पटेल को अपना विधायक बना लिया। 1998 में भाजपा उभर कर सामने आई और रमाकांत तिवारी लगातार दो बार विधायक बने। 2008 में जनता का रूख पलटा और बसपा से रामगरीब बनवासी को अपना विधायक चुना। परंतु जनता को बसपा रास नहीं आई और 2013 के चुनाव में जनता ने फिर से भाजपा के प्रत्याशी रहे रमाकांत तिवारी को अपना विधायक चुना। 2018 से त्योथर विधानसभा की बागडोर भाजपा विधायक श्यामलाल द्विवेदी के हाथो चली गई। आने वाला चुनाव परिणाम किसके पाले में जायेगा यह तो जनता चेहरा देख कर ही तय करेगी।

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