Rewa के नईगढ़ी जनपद पंचायत के घूंसखोर सीईओ को लोकायुक्त ने दबोचा, घूस लेते हुए किया ट्रेप

Saturday, 7 January 2023

/ by BM Dwivedi

नेहरुनगर स्थित सीईओ के आवास में पकड़ा 

मध्यप्रेदश में लोकायुक्त टीम रीवा की नये साल की शुरुआत भ्रष्टाचार की तालाब में इतराने वाले मगरमच्छ से हुई। शासन की विभिन्न योजनाओं पर लाखों रूपये जनपद पंचायत को मिलते है। जो बतौर कमीशन जनपद कार्यालय में बैठे मगरमच्छों के निवाले चढ़ जाते है। ताजुब तो तब होता है जब इन पेटारथुओं के निशाने में कर्जदार वाहन स्वामी भी नहीं बचता। एक कहावत है कि गरीब की हाय बहुत बुरी लगती है यह कहावत आज उस समय चरितार्थ हुई जब एक कर्जदार वाहन मालिक के बकाया बिल की भुगतान किये जाने के लिए जनपद पंचायत नईगढ़ी सीईओ शैलेंद्र कुमार पांडेय 13 हजार रुपये की घूंस लेते हुये लोकायुक्त के शिकंजे में फंस गये। नेहरुनगर स्थित सीईओ के आवास से जैसे ही यह खबर निकल कर बाहर आई तो जिला सहित प्रदेश में आग की तरह फैल गई। नईगढ़ी में तो जहां एक ओर खुशी का आलम था वहीं दूसरी ओर सीईओ के दलालों के बीच मातम छा गया।

इसे भी देखें : MP के रीवा में मंदिर के शिखर से टकराया विमान, पायलट की मौत, दूसरा ट्रेनी गंभीर

20 हजार की थी डिमांड, 17 में हुआ सौदा, 13 में निपट गये

लोकायुक्त एसपी गोपाल धाकड़ ने बताया कि फरियादी शिवेंद्र कुमार पटेल निवासी ढऩगन मऊगंज ने अपनी बोलेरो नईगढ़ी जनपद कार्यालय में लगाई हुई थी। जिसका समय पर भुगतान न होने पर फरियादी को बैंक की किस्त देने में परेशानी उठानी पड़ती थी। कई बार फरियादी शिवेंद्र पटेल द्वारा इस संबंध में जनपद सीईओ से चर्चा की लेकिन जनपद सीईओ की कान में जूं तक न रेंगी। इस बीच उसका पांच माह का भुगतान नहीं मिला। जनपद सीईओ की हठधर्मिता की वजह से वाहन स्वामी शिवेंद्र ने अपनी बोलेरो दिसंबर वहां से निकाल ली। और पांच माह के भुगतान के लिए सीईओ शैलेंद्र कुमार के चक्कर काटने लगा। सीईओ ने वाहन बिल के भुगतान के लिए 20 हजार रुपये की घंूस वाहन स्वामी से मांगी। दोनो के बीच 17 हजार रुपये में सौदा तय हो गया। एसपी श्री धाकड़ ने बताया कि गुरुवार के दिन फरियादी 4 हजार रुपये सीईओ के नेहरनगर आवास में दे आया। 13 हजार रुपये शुक्रवार को देने का वादा किया। शुक्रवार की शाम जब वह शेष 13 हजार रुपये लेकर सीईओं के निवास पहुंचा तो लोकायुक्त की टीम नजर गड़ा दी। फरियादी ने जैसे ही सीईओं को रूपये थमाये लोकायुक्त की टीम ने रंगेहाथ धर दबोचा। उक्त कार्रवाही में डीएसपी लोकायुक्त प्रवीण सिंह परिहार, निरीक्षक प्रमोद कुमार एंव दो पंच सहित 20 लोग शामिल रहे।

इसे भी देखें : डेढ़ करोड़ के कार्य पर जनता का श्रेय लेने निगम अध्यक्ष और महापौर के बीच मची होड़

सीईओ ने वाहन स्वामी के नाम पुलिस से की थी शिकायत

सूत्रों की मानें तो इस कहानी में सीईओं की एक और करतूत की कहानी शामिल है। पांच माह से वाहन का भुगतान न होने पर वाहन स्वामी शिवेंद्र पटेल अपनी बोलेरो जनपद पंचायत से निकाल ली। जो सीईओ शैलेंद्र कुमार पांडेय को इस बात को लेकर नागवार गुजरी कि एक अदने से वाहन मालिक ने उनसे वाहन छीन लिया। तैश में आकर जनपद पंचायत सीईओ ने वाहन स्वामी शिवेंद्र पटेल के विरुद्ध पुलिस में लिखित शिकायत की। बताया कि वाहन स्वामी शिवेंद्र पटेल उनके शासकीय दस्तावेज लेकर भाग गया। शिकायत पत्र में मजे की बात तो यह दिखी कि घंूसखोर सीईओ ने इस बात का उल्लेख नहीं किया कि वाहन स्वामी कौन-कौन शासकीय अभिलेख लेकर चंपत हुआ। फिलहाल आरोप-प्रत्यारोप  तो शोध का विषय है परंतु एक गरीब की हाय ने घूंसखोर सीईओ शैलेंद्र कुमार पांडेय के चेहरे को रिश्वत लेते हुये रंगेहाथ बेनकाब कर दिया। 

No comments

Post a Comment

Don't Miss
©|Rahiye Update| All Rights Reserved