कांग्रेस की जनसभा में पूर्व सांसद एवं विधायक की हुई उपेक्षा, तराई अंचल के कार्यकर्ताओं में रोष

Sunday, 5 February 2023

/ by BM Dwivedi

रीवा. कांग्रेस द्वारा चलाये जा रहे हाथ से हाथ जोड़ो अभियान के तहत शनिवार को जवा के जनपद मैदान में सभा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राज्य सभा के सांसद प्रमोद तिवारी एवं संगठन प्रभारी प्रताप भानू रहे। मंच पर कांग्रेस के कई दिग्गज विराजमान थे परंतु उनको बोलने का मौका नहीं दिया गया। जिससे स्थानीय कांग्रेसियों में रोष व्याप्त है। स्थानीय कांग्रेसी सूत्र ने बताया कि मंच में एक प्रकार से एक जुटता से हटकर गुटबाजी का नाजारा दिखाई दिया। पूर्व विधायक रामगरीब बनवासी तराई अंचल में आदिवासी समाज के नेता माने जाते है। उनको तक मंच नहीं दिया। वहीं पूर्व सांसद देवराज सिंह को भी उपेक्षा का शिकार होना पड़ा। स्थानीय लोगों के बीच इस बात को लेकर चर्चा रही कि मंच में उन्ही लोगों को बोलने का मौका दिया जिन लोगों को जनता चुनरव में हार का स्वाद चखाया। 

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जवा में आयोजित हुई जनसभा

वैसे तो हर पार्टी किसान को लेकर राग अलापती है। खास कर कांग्रेस तो यह दम भरती है कि वह किसान की हमदर्द पार्टी है। कांग्रेस का किसान हितैषी की पोल उस वक्त खुल गई जब जवा में आयोजित सभा में किसी भी किसान नेता को बोलने का अवसर नहीं दिया गया। मंच पर कौशलेश द्विवेदी, पूर्व प्रत्याशी अरुणा तिवारी, अशोक मिश्रा, रमाशंकर मिश्रा, सिद्धार्थ तिवारी, रवि तिवारी, राजेंद्र शर्मा, भगत शुक्ला, पूर्णिमा तिवारी, संतोष मिश्रा एवं संगठन प्रभारी प्रताप भानू के अलावा पिछड़ा वर्ग से सिर्फ रमाशंकर सिंह पटेल एवं राजमणि पटेल के पुत्र रमेश पटेल को अपने विचार व्यक्त किये जाने के लिए अवसर दिये गये थे। हद तो तब हो गई जब पार्टी ने जिस ब्लाक अध्यक्ष के क्षेत्र में सभा का आयोजन किया उसी ब्लाक अध्यक्ष जवा प्रभाकर पटेल एवं पूर्व जनपद अध्यक्ष रामायण सिंह पटेल को भी मंच में बोलने का अवसर नहीं दिया। इस बात को लेकर त्योंथर विधानसभा क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।

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