मुआवजा की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट के समझ बंसल समाज के लोग कर रहे आंदोलन
रीवा. अपनी समस्या बताने सीएम शिवराज सिंह चौहान एवं केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से मिलने जा रहे संयुक्त किसान मोर्चा के कार्यकताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। हालांकि बाद में उनको रिहा कर दिया है। जिसके बाद लोग फिर आंदोलन पर बैठ गए हैं। सुअर पशु पालकों को मृत सुअरों का मुआवजा दिलाए जाने के साथ-साथ पशु चिकित्सा विभाग के प्रमुखों के खिलाफ कार्यवाही किये जाने को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा की अगुवाई पर बसोर समाज का कलेक्ट्रेट के समक्ष 133 दिनों से महापड़ाव आंदोलन चल रहा है।
कलेक्ट्रेट के समक्ष 133 दिनों से चल रहा आंदोलन
मोर्चा के संयोजक शिव सिंह ने बताया कि बसोर समाज का कलेक्ट्रेट के समक्ष 133 दिनों से महापड़ाव आंदोलन चल रहा है। सीएम शिवराज सिंह से रीवा आगमन दौरान आंदोलनकारी अपनी समस्या बताना चाहते थे और एक दिन पूर्व मिलने का समय भी मांगा था। लेकिन प्रशासन ने उनको अनुमति नहीं दिया जिससे गुस्साए आंदोलनकारियों ने सीएम शिवराज एवं केंद्रीय मंत्री सिंधिया के खिलाफ वापस जाओ की नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट से हवाई पट्टी के लिए रवाना हुए। जहां जय स्तंभ चौराहे पर भारी पुलिस बल ने आंदोलनकारियों को रोकने का प्रयास किया तो आंदोलनकारी सड़क पर ही बैठ गए। जहां पुलिस ने आंदोलनकारियों को सामूहिक रूप से गिरफ्तार कर बाद में रिहा कर दिया। इस दौरान मोर्चे के नेता व आंदोलनकारी रामजीत सिंह, कुंवर सिंह, विश्वनाथ चोटीवाला, लालमणि त्रिपाठी, इंद्रजीत सिंह शंखू, अजय पाण्डेय, रामनरेश सिंह, संतकुमार पटेल, शेषमणि पटेल, डॉ. प्रतिभा सिंह, दिनेश सिंह ओबीसी, दिनेश डायमंड, प्रदीप बंसल, सुशीला बंसल, राधा बंसल, राजाराम बंसल, राज पटेल सहित सैकड़ों लोग शामिल रहे।
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