Gunman became victim of cyber fraud: बिहार, झारखंड में बैठे सायबर ठगों ने समूचे देश में अपने नेटवर्क फैला रखे हैं। बैठे-बैठे किसी के खातों से पैसे उड़ा देने की बखूबी कला है। नित नये तरीके अपना कर जिले में बैठे सायबर टीम को भी अचरज में डाल देेते हैं। हाल ही में एक नया सायबर ठगी को तरीका निकल कर सामने आया है। जिसका शिकार मध्यप्रदेश के रीवा जिले के निगम आयुक्त का गनमैन एसएएफ 9 वीं बटालियन का आरक्षक हश्चिंद तिवारी हो गया।
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बिछिया थाना में दर्ज नहीं की शिकायत
ताजुब की बात तो यह है कि एक पुलिस कर्मी होने के साथ ही निगम आयुक्त का गनमैन होने के बावजूद भी उसके शिकायत पर एफआईआर बिछिया थाना में दर्ज नहीं की। मजबूरन गनमैन को सायबर शाखा की शरण में जाना पड़ा। वहां भी उसे राहत मिलती नजर नहीं आ रही है। बताया जाता है कि जियो की सिम चालू करने का बहाना कर कंपनी के नाम पर फोन कर उससे ओटीपी मांग ली और उसके खाते से 89 हजार रूपये देखते ही देखते उड़ गये।
नागालैंड में ड्यूटी के दौरान ठगी का हुआ शिकार
निगम आयुक्त के गनमैन हरिश्चंद तिवारी निवासी चौरा सथनी हाल चिरहुला कालोनी ने बताया कि विधानसभा चुनाव ड्यूटी में वह कंपनी की ओर से नागालैंड ड्यूटी पर गया हुआ था। घटना फरवरी माह के 26 तारीख की है, उन दिनो सड़क हादसे में एसएएफ के कई जवानों की मौत भी हो गई थी। तभी उसका मोबाइल फोन नबंर बंद हो गया। जिसे चालू करवाने के लिए जियो कंपनी के कस्टमर केेयर (Jio company customer care) को फोन किया। जिसका कनेक्शन सायबर ठग से हो गया। और मैसेज भेज कर ओटीपी मांग ली। ओटीपी बताते ही एसएएफ के आरक्षक के खाते से 89 हजार रूपये गायब हो गये।
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