Two real brothers drowned in the river in Rewa: मध्यप्रदेश के रीवा जिले के हनुमना थाना क्षेत्र के जड़कुर गांव से गुजरने वाली अदवा नदी में दो सगे भाई डूब गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण कर होमगार्ड के गोताखोरों व एसडीआरएफ की टीम को रीवा से बुलाया है। जिन्होंने नदी में बच्चों की तलाश शुरू की। बताया गया है कि दोनों बच्चे अपनी नानी के साथ नदी में नहाने गए थे। नानी नदी में कपड़े धोने में व्यस्त थी। तभी छोटा भाई खेलते-खेलते नदी में बहने लगा। यह देख बड़ा भाई उसे बचाने दौड़ा। लेकिन वह तेज धार में छोटे भाई को न बचा नहीं पाया बल्कि खुद भी नदी की तेज धार में बह गया है। जब तक बच्चों को बचाने के लिये नानी कुछ करती। तब तक पोते डूब चुके थे। हादसे के बाद वह चिल्लाने लगी और लोगों से मदद की गुहार लगाई। जिसकी आवाज सुनकर ग्रामीण दौड़े। लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। एक साथ दो बच्चों के नदी में बहने से गांव में मातम पसरा हुआ है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
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दूसरे दिन भी सर्चिंग
हनुमना थाना प्रभारी उपनिरीक्षक शैल यादव के मुताबिक शुक्रवार की सुबह करीब साढे 10 बजे जड़कुर निवासी केशरी सिंह के दो बच्चे सुशील सिंह (7) और संदीप सिंह (१०) दोनों अदवा नदी नहाते समय डूब गए है। होमगार्ड के गोताखोरों व एसडीआरएफ की टीम को रीवा से बुलाया है। दोनों भाईयों की तलाश करने के लिए अदवा बांध के गेट पर कर्मचारी तैनात किए है। जिससे बहकर उत्तरप्रदेश के मिर्जापुर की तरफ न जाए। रीवा की रेस्क्यू टीम पहुंचते-पहुंचते अंधेरा हो गया है। ऐसे में शनिवार की सुबह से फिर सर्चिंग तेज की जाएगी।
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नहरों में छोड़ा गया था पानी
बताया जा रहा है कि दोनों बच्चे ननिहाल में रहते है। पहले इस नदी में पानी का तेज बहाव तेज नहीं था। हाल ही में बाणसागर बांध का पानी नहरों में छोड़ा गया है। यही पानी नदी में गिरा दिया जाता है। मुख्य नहर का पानी बहकर पपराही के रास्ते 40 किलोमीटर दूर अदवा नदी में गिरा दिया जाता है। जिससे नदी में पानी का तेज बहाव था। मासूम बच्चे इस बात को समझ नहीं पाये जिससे दोनों बह गए। अचानक पानी छोडऩे की वजह से पहले भी कई हादसे हो चुके हैं, जिसमें लोगों ने अपनी जान गंवाई है। बावजूद प्रशासन द्वारा पानी छोडऩे से पहले किसी तरह से लोगों को सचेत नहीं किया जाता है। और अचानक पानी का बहाव तेज होने के नदी के आसपास के लोग हादसे का शिकार हो जाते हैं।
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