वीरेंद्र सिंह सेंगर बबली
रीवा.अपराध जगत में युवतियां, युवकों से भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रहीं है। हत्या, सैक्स रैकेट, हत्या के प्रयास, ठगी ऐसी कोई संगीन अपराध न होगा जिसमें युवतियां किरदार के रूप में न हो। इन महिलाओं के पीछे मास्टर माइंड अपराधियों की भूमिका रहती है। ज्यादातर युवतियां सायबर ठगी के मामले में मुख्य भूमिका निभा रही है। मोबाइल नंबर हासिल कर कब किसकी घंटी खनखना दे ठिकाना नहीं। इन युवतियों के फोन करने का समय भी रात होता है जब आदमी चैन की नींद सोने की तैयारी करता है। युवतियों के फोन आते ही युवकों के आंखो से नींद कोसो दूर भाग जाती है। होश तब आता है जब उनके साथ ब्लैक मेलिंग या बैंक एकाउंट से पैसे निकल जाने का खेल हो जाता है। परंतु शहर के एक थाना प्रभारी की सर्तकता उस समय रंग लाई जब ब्लैकमेल करनी वाली युवती का फोन आया और उसके द्वारा दिये गये फिजकल रेलेशन के ऑफर को ठुकराते हुये अपना मोबाइल ही बंद कर लिया। और सुबह होते ही युवती का मोबाइल नंबर सायबर सेल को दे दिया।
रोमांटिक बातों से हुई शुरुआत, आंखो से नींद चुरा ले गई युवती
मजे की बात तो यह है कि ऐसी एक ब्लैकमेलर युवती ने शहर के एक थाना प्रभारी के मोबाइल की घंटी खनखना दी। घटना दो दिन पुरानी है, थाना प्रभारी रोजमर्रा की भाग दौड़ कर रात अपने कमरे में आराम से लेट गये। आंख बंद कर सोने का प्रयास ही कर रहे थे कि रात लगभग 11 बजे उनके मोबाइल पर 9892018174 से रोमांटिक मैसेज आने शुरु हो गये। जिसे पढ़ कर थाना प्रभारी के होश उड़ गये। पहले तो युवती ने हलो हाय बोला, फिर पूछा खाना लिये, अकेले हो क्या, थाना प्रभारी उसके सवालो का जबाव देते रहे। लेकिन जब युवती की ओर से मैसेज आया कि अकेले हो क्या? और उसके बाद दनादन जो अश्लील मैसेज आने लगे और वीडियो कालिंग में संपर्क करने का भी प्रयास किया। थाना प्रभारी की दिन भर की थकान तो दूर हो ही गई साथ ही आंखो से नींद भी भाग गई। सुबह होते ही थाना प्रभारी ने रात हुये सारे घटनाक्रम की जानकारी सायबर सेल को दी। सायबर टीम अब उस युवती की तलाश में है।
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