वीरेंद्र सिंह सेंगर बबली
एमपी-यूपी में दहशत का पर्याय बने साढ़े सात लाख रुपये के ईनामी डाकू बबली कोल का भले ही अंत हो गया हो। लेकिन उसके साथ मिलकर गुनाह करने वाले डकैत आज भी सजा भोग रहे है। द्वितिय सत्र न्यायाधीश विक्रम सिंह ने अपहरण, डकैती एंव गैंगरेप के प्रकरण में सुनवाई के उपरांत गुनहगारों को सजा सुना कर एक बार फिर सेमरिया थाना क्षेत्र के ग्राम कटाई में दस्यु सरगना बबली कोल और उसके राइटहैंड लवलेश कोल द्वारा किये गये तांडव की याद ताजा कर दी। शासन की ओर से पैरवी करने वाले लोक अभियोजक नीलग्रीव पांडेय ने बताया कि चर्चित कटाई कांड में न्यायालय ने दस्यु सरगना बबली कोल गिरोह के सदस्य दादूलाल कोल पिता रामहृदय कोल 30 वर्ष, दीपक कोल पिता गोरेलाल कोल 30 वर्ष दोनो निवासी ग्राम कुम्हरा जुड़वानी थाना सेमरिया एवं पंजाबी उर्फ जंगलिया कोल पिता पहरूवा कोल 60 वर्ष निवासी नागर थाना मानिकपुर जिला कर्बी यूपी को दोषी ठहराते हुये दोहरे आजीवन कारावास की सजा सुनाते हुये अर्थदंड से दंडित किया है। इन पर सेमरिया थाना क्षेत्र के ग्राम कटाई निवासी ललित सिंह का फिरौती के लिए अपहरण किये जाने एंव वहीं काम करने वाली आदिवासी महिला से गैंगरेप किये जाने का आरोप न्यायालय में विचाराधीन था। जिस पर सोमवार के लिए मा. न्यायालय ने अपना फैसला सुना दिया। दस्यु सरगना बबली कोल गिरोह ने उक्त वारदात को अंजाम 24 जनवरी 2018 की रात अंजाम दिया था।
जेल में डकैत रामू की हो गई थी मौत
बताया गया कि उक्त अपराध में तत्कालीन एडी टीम प्रभारी विजय सिंह सहित उनके सदस्यों ने बबली गिरोह के चार सदस्यों को पकड़ था। जिसमें जुड़वानी निवासी रामचरण उर्फ रामू कोल पिता छेदीलाल कोल भी शामिल था। केंद्रीय जेल रीवा में 6 मई 2022 में डकैत रामचरण उर्फ रामू की बीमारी के दौरान मौत हो गई थी।
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सतना जेल में बंद डाकू पप्पू कोल की पुलिस नहीं दिखा पाई गिरफ्तारी
रीवा पुलिस की लापरवाही निकल कर सामने आ गई। कटाई कांड में बबली कोल का भतीजा पप्पू कोल भी शामिल था। जिसके विरुद्ध सेमरिया थाना में बकायदा एफआईआर भी है। पप्पू कोल के साथ ही दस्यु सरगना बबली कोल, लवलेश कोल, चौधरी उर्फ रजौत कोल एवं रामचरण उर्फ मथुरा कोल का नाम भी शामिल है। कटाई कांड के बाद बबली कोल का भतीता पप्पू कोल सतना पुलिस की पकड़ में आ गया था। जिसे सतना जिले में हुये अपराध में पुलिस गिरफ्तार कर सतना जेल भेज दी। सतना जेल से पप्पू कोल बांदा यूपी जेल चला गया। आज भी यूपी के जेल में बंद है। आश्चर्य की बात यह है कि सेमरिया पुलिस ने आज तक कटार्ई कांड में डकैत पप्पू कोल की गिरफ्तारी नहीं दर्शाई।
आपसी लड़ाई में खत्म हुआ बबली गिरोह
दुर्दातं डाकू बबली कोल गिरोह अपसी लड़ाई में खत्म हो गया। साढ़े सात लाख रुपये के ईनामी दस्यु सरगना बबली कोल निवासी डोड़ामाफी और ढ़ाई लाख रूपये के ईनामी लवलेश कोल को गिरोह के सदस्य लाली कोल, संजय कोल सहित अन्य लोगों ने यूपी के जंगल में गोलियों से भून दिया था। दोनो को मौत के घाट उतारने के बाद लाली कोल निवासी हरसेड़ जिला सतना ने पुलिस के सामने अपने को सरेंडर कर दिया। जिसके सुरागरसी में पुलिस टीम जंगल में दोनो की लाश तलास कर ईनाम और वाहवाही की लालच में मृत शरीर को गोलियों से छलनी कर एनकाउंटर दिखाया था। गनीमत रही कि सतना पुलिस की पोल खुल गई और ईनाम उनके हाथों से निकल गया।
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