रीवा. गोविंदगढ़ मार्ग स्थित सिंधु भवन में बुधवार की शाम देहरादून उतराखंड से आये ज्ञान प्रचारक राजीव विजलवान ने संत समागम के दौरान अपने भक्तों को संबोधित करते हुये कहा कि ब्रम्हज्ञान के माध्यम से परमात्मा की प्राप्ति संभव है। अनेक धर्म ग्रंथो के माध्यम से सतगुरू महिमा का वर्णन करते हुये उन्होंने समझाया कि सतगुरू ही स्वंय निरंकार के साकार स्वरूप है। जिनके चरणों में नतमस्तक होने से मानव जन्म सार्थक हो सकता है। इस दौरान संत समागम में रीवा सहित चाकघाट, मझिगवंा, जेपी नगर, महसांव, करहिया, पटेहरा आदि दूर-दूर स्थानों से सैकड़ो की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। बताते चले कि गोविंदगढ़ मार्ग स्थित सिंधु भवन में बुधवार के दिन संत निरंकारी मिशन द्वारा जिला स्तरीय संत निरंकारी समागम का आयोजन किया गया था। जिसके मुख्य आयोजक राजकुमारी काकवानी, सोनल होतवानी, अजय काकवानी, सिंधी सेंट्रल पंचायत के अध्यक्ष प्रहलाद सिंह, संतूलाल आहूजा रहे। रीवा महापौर अजय मिश्रा विशेष अतिथि के रूप में शामिल रहे।
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बद्रीधाम से संत का है नाता
संत निरंकारी मिशन की संयोजक राजकुमारी काकवानी ने बताया कि संत राजीव विजलवान का नाता उराखंड स्थित बद्रीधाम से जुड़ा हुआ है। बद्रीधाम के मुख्य पुजारी की पोती ज्ञान प्रचारण संत राजीव विजलवान की धर्म पत्नी है। जिनको रामरचित मानस, भगवद गीता सहित अन्य धार्मिक ग्रंथ कंठस्थ याद है। ज्ञान प्रचारक संत राजीव विजलवान के दरबार में जाति पात का कोई मतभेद नहीं रहता। हर जाति धर्म के लोग उनके कार्यक्रम में शामिल होकर धर्म ज्ञान का अमृत पीते हैं।
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