मध्यप्रदेश के रीवा में ऐसे भी कुछ एनजीओ (NGO) है जो गैर कानूनी काम (illegal act) को अंजाम देते है। जिसके चलते सही काम करने वाले एनजीओ (NGO) की छवि भी ख़राब हो रही है। कुछ तो एनजीओ के संचालक एवं संचालिकायें प्रशासनिक अधिकारियों (administrative officers) से सांठ-गांठ कर सरकार के लाखों रुपये का बंदरबाट भी कर रहे। कुछ दिन पूर्व तो एक ऐसा भी एनजीओ सामने आया था जो कलेक्टर, एसपी के साथ तस्वीरें खिंचवा कर स्वंय को ही जिला प्रशासन घोषित कर रखा था। लेकिन जिले के एक बीएमओ से हुए टकराव के बाद उक्त एनजीओ भूमिगत (underground) हो गया। हाल ही में एक और एनजीओ की संचालिका बेनकाब हुई। जिसमें शिवम सिंह पिता राजेंद्र सिंह (27) निवासी नौढिय़ा शिवनगर इंजीनियरिंग कॉलेज की शिकायत पर सीधी पुलिस ने रीवा निवासी प्रियंका तिवारी और रूपाली मोइत्रा को हिरासत में लेकर न्यायालय में पेश करने के बाद सलाखों के पीछे कर दिया है। आरोपी महिलाओं ने शिवम सिंह को सीसीएल में नौकरी दिलाये जाने का झांसा देकर 15 लाख रूपये की ठगी को अंजाम दिया था।
नौकरी के लिए गहने तक बेचकर दिए थे रुपये
सीधी जिले के जमोड़ी थाना (Jamodi police station of Sidhi district) प्रभारी शेषमणि मिश्रा के मुताबिक पीडि़त युवक शिवम सिंह रीवा में रह कर पढ़ाई करता था। वहीं उसकी मुलाकात पड़ोस में रहने वाली प्रियंका तिवारी से हो गई। प्रियंका ने उसे कोरवा स्थित सीसीएल में नौकरी दिलवाये जाने का झांसा देते हुये अपने जाल में फांस लिया और 12 लाख रुपये की मांग की। नौकरी की लालच में युवक ने रुपये इधर-उधर से कर्ज लेकर प्रियंका को 12 लाख दे दिये परंतु प्रियंका की पैसों की भूख नहीं मिटी। प्रियंका ने शिवम के सामने और 3 लाख रूपये की डिमांड रख दी। 12 लाख रूपये फंसने और नौकरी की मृगतृष्णा में शिवम ने अपने घर में रखे जेवरात बेच कर 3 लाख रूपये और दे दिए। पुलिस ने बताया कि इस जालसाजी में प्रियंका के साथ ही रूपाली मोइत्रा भी शामिल थी। 15 लाख रूपये ऐठने के बाद ठग महिलाओं का रूख बदल गया। अब तक शिवम सिंह को थी अपने साथ ठगी का एहसास हो गया। जिसके बाद पीड़ित शिवम सिंह ने जमोड़ी थाना में जा कर शिकायत दर्ज करवाई। जिस पर पुलिस ने अपराध पंजीबद्ध कर थाना से जमानत दे दी थी। परंतु आरोपिया चालान पेश करते वक्त न्यायालय में पेश नहीं हुई। जिस पर न्यायालय ने गिरफ्तारी वारंट जारी किये थे। जिसे तलब कर आरोपियों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है।
रीवा, सीधी सहित कई थानों में दर्ज है मामला
जमोड़ी पुलिस ने बताया कि ठगी की आरोपी महिला प्रियंका तिवारी पिता अरूण कुमार तिवारी (37) निवासी अरूण नगर थाना विवि रीवा एवं रूपाली मोइत्रा पिता पारितोष मोइत्रा (33) निवासी एलआईजी टेलीफोन कालोनी के पास नेहरू नगर के विरुद्ध जमोड़ी के साथ ही रीवा सहित अन्य जिलों में अपराध दर्ज है। यहां तक की रीवा विवि थाना में भी इनके विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध है। जमोड़ी थाना में युवक के साथ ठगी किये जाने के अपराध में प्रियंका सहित रूपाली के विरुद्ध धारा 420, 34 के साथ ही अनूपपुर जिले में रूपाली मोइना (चटर्जी) के विरुद्ध 376, 376 (2)(एन), 383, 328, 34 भादवि 66 ई, 67, 67 ए एवं रीवा के विवि थाना में भी ठगी का आरोप पंजीबद्ध है।
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