वीरेंद्र सिंह सेंगर बबली
रीवा. रीवा में आये दिन चोरी की वारदात होती है। कभी घरों के तो कभी दुकानोंके ताले टूटते है। रही बात बाइक चोरी की तो ऐसा कोई दिन नहीं गुजरता जिस दिन शहर में बाइक चोरी की वारदात न हो। बाइक चोर गिरोह ज्यादातर अमहिया थाना क्षेत्र में ही सक्रिय है जिनके तार शहर से लेकर गांव तक जुड़े होते हैं। संयोग से कभी पुलिस ने एक-दो बाइक बरामद भी कर ली तो इस कदर फोटो खिंचवा कर वायरल करते है जैसे चंबल के दुर्दातं डाकू को पकड़ लिया हो। जबकि हकीकत में जाये तो पुलिस थाना की रिकार्ड बाइक चोरी से भरे हुये है जिनमें चोर का सुराग लगना तो दूर बाइक के परखच्चे भी पुलिस के हाथ नहीं लगे। आश्चर्य तो तब होता है जब बाइक चोरों का शिकार हुआ पीडि़त एक एफआईआर दर्ज करवाने के लिए थानों का हफ्तों चक्कर काटता है। जब भी थाना में एफआईआर दर्ज करवाने जाता तो पुलिस यह जबाब दे देती कि अभी एफआईआर दर्ज न करवाओ दो तीन दिन में बाइक मिल जायेगी। अमहिया थाना से भी यही आवाज पुलिस कर्मियों को निकलाते हुये आसानी से देखा जा सकता है।
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स्पेशलिटी अस्पताल की पार्किग से बाइक चोरी
ताजा मामला शनिवार की सुबह का है गोविंदगढ़ के घुचियारी मोड़ निवासी आशीष यादव पिता स्व. जगदीश यादव की बुलेट मोटर साइकिल सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के पार्किग से चोरी हो गई। 24 घंटे गुजरने के बाद भी अमहिया पुलिस ने पीडि़त की शिकायत पर एफआईआर दर्ज नहीं की। पीडि़त द्वारा बताया गया कि पुलिस का कहना है कि एफआईआर दर्ज न करवाओ दो तीन दिन में मिल जायेगी। अमहिया पुलिस जिस तरह से बाइक मिल जाने का दावा कर रही उससे ऐसा लगता है कि चोर और बाइक दोनो ही उसकी निगाहों में है बस जा कर लाने की देरी है। घटना के संबंध में पीडि़त ने बताया कि शनिवार के दिन वह अपनी सिल्वर कलर की बुलेट क्रमांक एमपी 17 एमपी 3019 से सुपर स्पेशलिटी जांच करवाने आया हुआ था। जांच करने के बाद जब वह पार्किग में गया तो वहां से बाइक गायब मिली। आसपास तलासने पर जब बाइक का सुराग नहीं मिला तो पार्किग ठेकेदार से संपर्क किया। अस्पताल में लगे कैमरे को खंगालने पर देखा तो बाइक चोर कैमरे में कैद मिला। जिसकी फुटेज लेकर अमहिया थाना एफआईआर दर्ज करवाने पहुंचा। अमहिया पुलिस ने पीडि़त की बात सुन कर एफआईआर दर्ज न करवाने की सलाह देते हुये थाना से वापस लौटा दिया। मजबूरन उसे अपनी बाइक की तलास के लिए सोशल मीडिया का सहारा लेना पड़ा।
ताजा मामला शनिवार की सुबह का है गोविंदगढ़ के घुचियारी मोड़ निवासी आशीष यादव पिता स्व. जगदीश यादव की बुलेट मोटर साइकिल सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के पार्किग से चोरी हो गई। 24 घंटे गुजरने के बाद भी अमहिया पुलिस ने पीडि़त की शिकायत पर एफआईआर दर्ज नहीं की। पीडि़त द्वारा बताया गया कि पुलिस का कहना है कि एफआईआर दर्ज न करवाओ दो तीन दिन में मिल जायेगी। अमहिया पुलिस जिस तरह से बाइक मिल जाने का दावा कर रही उससे ऐसा लगता है कि चोर और बाइक दोनो ही उसकी निगाहों में है बस जा कर लाने की देरी है। घटना के संबंध में पीडि़त ने बताया कि शनिवार के दिन वह अपनी सिल्वर कलर की बुलेट क्रमांक एमपी 17 एमपी 3019 से सुपर स्पेशलिटी जांच करवाने आया हुआ था। जांच करने के बाद जब वह पार्किग में गया तो वहां से बाइक गायब मिली। आसपास तलासने पर जब बाइक का सुराग नहीं मिला तो पार्किग ठेकेदार से संपर्क किया। अस्पताल में लगे कैमरे को खंगालने पर देखा तो बाइक चोर कैमरे में कैद मिला। जिसकी फुटेज लेकर अमहिया थाना एफआईआर दर्ज करवाने पहुंचा। अमहिया पुलिस ने पीडि़त की बात सुन कर एफआईआर दर्ज न करवाने की सलाह देते हुये थाना से वापस लौटा दिया। मजबूरन उसे अपनी बाइक की तलास के लिए सोशल मीडिया का सहारा लेना पड़ा।
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