रीवा। छोटे तबके के पुलिसकर्मियों की बड़ी ही दयनीय स्थिति है। विवाद का मोर्चा हो या फिर घूंसखोरी की कुर्सी पर बैठे अधिकारी उन्ही को बलि का बकरा बनाते है। वर्दी अधिकारी हो फिर अदने से पुलिस कर्मियों की वर्दी पर देश भक्ति जनसेवा का जज्बा होता है। जिसे असमाजिक तत्व तार-तार करने मेें लगे होते हैं और ऊंचे ओहदे पर बैठे अधिकारी मूक दर्शक की तरह देखते रहते हैं। बताते चले कि नए एसपी ने आते ही समान थाना की कमान ऐसे निरीक्षक को सौंप दी जो पुलिस विभाग में अपने अलग ही रूतबे को लेकर चर्चित हैं। समान थाना शहर का संवेदनशील थानों में गिना जाता है। जहां एक से बढ़ कर एक बदमाशों का ठिकाना है। पलक झपते ही कौन सी वारदात को अंजाम दे जाये कहा नहीं जा सकता। पुलिस सूत्रों ने बताया कि रविवार की रात तो बदमाशों ने सारी हदे ही पार कर दी। देर रात तक समान थाना में दारूखोरों का आतंक मडराता रहा। आश्चर्य की बात तो यह है कि जब दारूखोर पुलिस की वर्दी को फाड़ रहे थे और थाना में घुस कर तोड़-फोड़ को अंजाम दे रहे थे तब थाना प्रभारी शहडोल जिले के ब्यौहारी में तफरी कर रहे थे। जब एक पत्रकार ने फोन कर थाना प्रभारी को सूचित किया तब हरकत में आये। लेकिन तब तक थाना के मौजूद सिपाहियों ने दारूखोरों को अपने काबू पर कर लिया था। पुलिस ने बताया कि थाना में तोड-फोड़ करने एवं पुलिस कर्मियों के साथ अभद्रता करने पर आरोपी श्रवण दुवेदी 30 वर्ष, रोहित दुवेदी 26 वर्ष दोनो के पिता मिथलेश दुवेदी निवासी ग्राम टीकर थाना गोविंदगढ़ के विरुद्ध आरक्षक बाबूलाल यादव की शिकायत पर शासकीय कार्य में बाधा डालने, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने सहित गाली गलौज किये जाने के साथ ही अन्य अपराध पंजीबद्ध करते हुये गिरफ्तार कर न्यायालय में किया गया है। Also Read: पुलिस पर गोली चलाने वालों को मिली 10 साल की सजा, सर्विस रिवाल्वर छीन कर मारी थी गोली, जानिए पूरा मामला तिलक समारोह में आये थे शामिल होने, छक कर पी रखी थी शराब बताया गया कि रविवार की शाम समदडिय़ा हाल में तिलकोत्सव का कार्याक्रम आयोजित था। जिसमें दोनो आरोपीगण शामिल होने आये थे। शराब इस कदर पी रखी थी कि तिलकोत्सव में हंगामा मचा दिया। जिसकी खबर वहीं बगल के समान थाना को दी गई। सूचना मिलते ही बीट में तैनात पुलिसकर्मी दीपक तिवारी और बाबूलाल यादव को भेजा गया। पुलिस को देख दारूखोरों को वर्दी का भय नहीं सताया उल्टा पुलिसकर्मियों से ही उलझ गये। बताया गया कि दारूखोरों पुलिस से छीना झपटी पर उतर गये जिससे उनकी वर्दी फट गई। दारूखोर जब समान थाना पहुंचे तो वहां भी तोड़ फोड़ किया। जब थाना प्रभारी समान के बारे में जानकारी ली गई तो कुछ पुलिस कर्मियों ने बताया कि घटना के वक्त वह घर पर रहे। वहीं एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि वह शहडोल जिले के ब्यौहारी में थे। सच क्या है यह तो जांच का विषय है लेकिन इस बात को लेकर जरुर चर्चा का विषय बना हुआ है कि दारूखोर बदमाशों ने पुलिस की वर्दी फाड़ी और थाना में घुसकर तोड़ की जो पुलिस विभाग के लिए एक शर्मनाक बात है। जिनके विरूद्ध गोविंदगढ़ थाना में भी मारपीट का अपराध पूर्व से दर्ज है।
थाना में घुस कर दारूखोर फाड़ रहे थे पुलिस की वर्दी, थाना प्रभारी करते रहे तफरीह
रीवा। छोटे तबके के पुलिसकर्मियों की बड़ी ही दयनीय स्थिति है। विवाद का मोर्चा हो या फिर घूंसखोरी की कुर्सी पर बैठे अधिकारी उन्ही को बलि का बकरा बनाते है। वर्दी अधिकारी हो फिर अदने से पुलिस कर्मियों की वर्दी पर देश भक्ति जनसेवा का जज्बा होता है। जिसे असमाजिक तत्व तार-तार करने मेें लगे होते हैं और ऊंचे ओहदे पर बैठे अधिकारी मूक दर्शक की तरह देखते रहते हैं। बताते चले कि नए एसपी ने आते ही समान थाना की कमान ऐसे निरीक्षक को सौंप दी जो पुलिस विभाग में अपने अलग ही रूतबे को लेकर चर्चित हैं। समान थाना शहर का संवेदनशील थानों में गिना जाता है। जहां एक से बढ़ कर एक बदमाशों का ठिकाना है। पलक झपते ही कौन सी वारदात को अंजाम दे जाये कहा नहीं जा सकता। पुलिस सूत्रों ने बताया कि रविवार की रात तो बदमाशों ने सारी हदे ही पार कर दी। देर रात तक समान थाना में दारूखोरों का आतंक मडराता रहा। आश्चर्य की बात तो यह है कि जब दारूखोर पुलिस की वर्दी को फाड़ रहे थे और थाना में घुस कर तोड़-फोड़ को अंजाम दे रहे थे तब थाना प्रभारी शहडोल जिले के ब्यौहारी में तफरी कर रहे थे। जब एक पत्रकार ने फोन कर थाना प्रभारी को सूचित किया तब हरकत में आये। लेकिन तब तक थाना के मौजूद सिपाहियों ने दारूखोरों को अपने काबू पर कर लिया था। पुलिस ने बताया कि थाना में तोड-फोड़ करने एवं पुलिस कर्मियों के साथ अभद्रता करने पर आरोपी श्रवण दुवेदी 30 वर्ष, रोहित दुवेदी 26 वर्ष दोनो के पिता मिथलेश दुवेदी निवासी ग्राम टीकर थाना गोविंदगढ़ के विरुद्ध आरक्षक बाबूलाल यादव की शिकायत पर शासकीय कार्य में बाधा डालने, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने सहित गाली गलौज किये जाने के साथ ही अन्य अपराध पंजीबद्ध करते हुये गिरफ्तार कर न्यायालय में किया गया है। Also Read: पुलिस पर गोली चलाने वालों को मिली 10 साल की सजा, सर्विस रिवाल्वर छीन कर मारी थी गोली, जानिए पूरा मामला तिलक समारोह में आये थे शामिल होने, छक कर पी रखी थी शराब बताया गया कि रविवार की शाम समदडिय़ा हाल में तिलकोत्सव का कार्याक्रम आयोजित था। जिसमें दोनो आरोपीगण शामिल होने आये थे। शराब इस कदर पी रखी थी कि तिलकोत्सव में हंगामा मचा दिया। जिसकी खबर वहीं बगल के समान थाना को दी गई। सूचना मिलते ही बीट में तैनात पुलिसकर्मी दीपक तिवारी और बाबूलाल यादव को भेजा गया। पुलिस को देख दारूखोरों को वर्दी का भय नहीं सताया उल्टा पुलिसकर्मियों से ही उलझ गये। बताया गया कि दारूखोरों पुलिस से छीना झपटी पर उतर गये जिससे उनकी वर्दी फट गई। दारूखोर जब समान थाना पहुंचे तो वहां भी तोड़ फोड़ किया। जब थाना प्रभारी समान के बारे में जानकारी ली गई तो कुछ पुलिस कर्मियों ने बताया कि घटना के वक्त वह घर पर रहे। वहीं एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि वह शहडोल जिले के ब्यौहारी में थे। सच क्या है यह तो जांच का विषय है लेकिन इस बात को लेकर जरुर चर्चा का विषय बना हुआ है कि दारूखोर बदमाशों ने पुलिस की वर्दी फाड़ी और थाना में घुसकर तोड़ की जो पुलिस विभाग के लिए एक शर्मनाक बात है। जिनके विरूद्ध गोविंदगढ़ थाना में भी मारपीट का अपराध पूर्व से दर्ज है।
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