वीरेन्द्र सिंह सेंगर, बबली
रीवा.पुलिस हो या फिर समाज नशे के विरुद्ध हमेशा ही आवाज उठाती है। नशामुक्ति को लेकर बीच-बीच में जागरुकता अभियान भी चलाया जाता है। शायद उसी का असर जनपद जवा के ग्राम पंचायत टिकैतन पुरवा के सरपंच कृष्णकुमार साहू पर दिखाई दिया। सरपंच ने अपने ग्राम पंचायत को नशा मुक्त करने की ठानी और डभौरा समूह के शराब ठेकेदार से अपने गांव में शराब की अवैध खेप न भेजने की आरतू-मिन्नत की। लेकिन कोई असर नहीं हुआ। ठेकेदार और उसके गुर्गो की गुंडागर्दी से तंग आकर सरपंच पुलिस की शरण में जा पहुंचा। बकायदा ग्राम पंचायत के लेटर पैड में थाना प्रभारी पनवार के नाम पत्र लिखा और पत्र के माध्यम से आरजू किया कि उसके गांव में बिक रही अवैध शराब पर रोक लगाई जाये। ताकि गांव नशा मुक्त होने के साथ ही सद्मार्ग में चले और युवा पीढिय़ों पर नशे की लत न लगे।
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एक माह बाद भी नहीं हुई कार्रवाई
बताया जा रहा है कि थाना प्रभारी को आवेदन दिये हुये एक माह गुजर गया लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। महेंद्र सिंह बघेल, थाना प्रभारी पनवार से जब इस संबंध में बात की गई ता उन्होंने कहा कि सरपंच की शिकायत पर गांव में अवैध शराब बेचने वाले आदिवासी युवक पर एक बार आबकारी एक्ट के तहत कार्रवाही की जा चुकी है। रही बात गांव में शराब न बिकने की तो यदि गांव की जनता चाहती है कि उसके गांव में अवैध शराब न बिके तो नहीं बिकेगी। यदि बेचते हुये मिला या गांव वालों ने शिकायत की तो जरूर उस पर कार्रवाही की जायेगी और ठेकेदार को भी आरोपी बनाया जायेगा।
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