वीरेन्द्र सिंह सेंगर, बबली
रीवा. यूपी मिर्जापुर जिले से रीवा में आकर शराब दुकान का लाईसेंस लेने के बाद लाईसेंसी राजकुमार जायसवाल पुलिस को मैनेज कर तस्करी में उतर गया। गढ़ और गोविंदगढ़ थाना क्षेत्र के गांव-गांव ही नहीं आस-पास के थाना क्षेत्रों में शराब की तस्करी करने लगा। उस पर शनि की दशा तब फिरने लगी जब वह नईगढ़ी थाना क्षेत्र में शराब की अवैध खेप भेजने लगा। शायद उसे यह नहीं मालूम था कि नईगढ़ी में बैठे थाना प्रभारी के फेर में फंसेगा तो सीधे जेल के दर्शन होंगे या फिर रीवा छोड़ कर फरार होना पड़ेगा। आखिरकार गुरूवार का दिन गढ़ एंव गोविंदगढ़ शराब दुकान के लाईसेंसी राजकुमार जायसवाल तस्करी का अंतिम दिन साबित हुआ। थाना प्रभारी नईगढ़ी जगदीश सिंह ठाकुर ने उसकी अवैध शराब की खेप पकड़ ली। इतना ही नहीं उसके पैकार सहित लाईसेंसी राजकुमार जायसवाल निवासी ड्रामनगंज जिला मिर्जापुर यूपी के विरुद्ध आबकारी अधिनियम की धारा 34 (2) के तहत अपराध पंजीबद्ध कर लिया। इस बात की भनक जैसे ही शराब दुकान के लाईसेंसी राजकुमार जायसवाल को लगी तो वह रीवा छोड़ कर यूपी की ओर भाग निकला। जिसकी तलास पुलिस द्वारा सरगरमी से की जा रही है। थाना प्रभारी नईगढ़ी जगदीश सिंह ठाकुर ने बताया कि मुखबिर द्वारा सूचना मिली कि थाना क्षेत्र के ग्राम हिनौती निवासी नारेंद्र प्रसाद उर्फ भागीरथी साहू 53 वर्ष के घर में गढ़ शराब दुकान से अवैध शराब की खेप उतरी है। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी नईगढ़ी जगदीश सिंह ठाकुर अपने दलबल के साथ भागीरथी साहू के घर में दबिस दे दी। दबिस दौरान आरोपी के घर में लगभग 20 पेटी देशी एवं विदेशी शराब मिली जो 163 लीटर रही। पुलिस की हिरासत में आये आरोपी भागीरथी ने बताया कि उक्त शराब की खेप गढ़ शराब दुकान के लाईसेंसी राजकुमार जायसवाल द्वारा भेजी गई है। बताया जाता है कि पुलिस ने जब तस्दीक की तो पकड़ी गई शराब गढ़ शराब दुकान की पाई गई। पुलिस ने हिरासत में लिये भागीरथी साहू के साथ ही गढ़ एवं गोविंदगढ़ शराब दुकान के लाईसेंसी राजकुमार जायसवाल के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध कर लिया।
सिफारिशों की लगा दी झड़ी
अमूमन पुलिस ऐसे मामलों में शराब ठेकेदारों को आरोपी न बनाने के लिए सौदा कर लेती है। सौदा लाखों में होता है और मजबूरन शराब ठेकेदार को थाना प्रभारी के आगे नोटों के बंडल उड़ेलने पड़ते है। लेकिन यहां शराब ठेकेदार राजकुमार जायसवाल का पलड़ा उल्टा पड़ गया। हिनौती में शराब पकड़ जाने की खबर जब लाईसेंसी राजकुमार जायसवाल को लगी तो थाना प्रभारी नईगढ़ी को उन्ही थाना प्रभारियों के वजन का तौल अपने आकाओं से फोन लगवाने शुरु कर दिये। सूत्र बताते हैं कि एक से बढ़कर एक दिग्गजों ने फोन के साथ ही एफआईआर में राजकुमार जायसवाल के नाम का उल्लेख न करने के लिए बोली भी लगाई। लेकिन उनके सारे दांव और प्रयास धरे के धरे रह गये। शराब के साथ पकड़े गये आरोपी के कथन एंव साक्ष्यों के आधार पर थाना प्रभारी नईगढ़ी ने गढ़ एवं गोविंदगढ़ शराब दुकान के लाईसेंसी राजकुमार जायसवाल को आरोपी बना लिया। सूत्र बताते हैं कि विवेचना के दौरान मेमोरंडम पर राजकुमार जायसवाल के पार्टनर सुनील जायसवाल के नाम का भी उल्लेख हो सकता है।
राजकुमार की तलास में पुलिस रीवा में दी दबिस
नईगढ़ी थाना में ठेकेदार राजकुमार जायसवाल को आरोपी बनाये जाने के बाद पुलिस टीम उसकी तलास में निकल पड़ी। बताया जाता है कि गढ़ दुकान में दबिस देने पर आरोपी के न मिलने पर पुलिस टीम रीवा अनंतपुर स्थित उसके कार्यालय में दबिस दी। लेकिन आरोपी को भनक लग गई थी कि उसके आकाओं की सिफारिश काम नहीं आई और पुलिस कभी भी दबोच कर सलाखों के पीछे कर सकती है। केंद्रीय जेल रीवा की सीन पटल पर आते ही लाईसेंसी राजकुमार जायसवाल रीवा छोड़ कर यूपी की ओर भाग निकला।
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