सतना। घरवालों ने बेटी के विवाह की पूरी तैयारी परिवार ने कर ली थी। बरात के स्वागत में मंडप सजाया गया था। बरात भी पहुंच चुकी थी। वरमाला डालने की तैयारी चल रही थी, तभी बीच मंडप में पुलिस पहुंची तो बस्ती में हड़कंप मच गया। बैंड बाजा बंद हो गया। पुलिस को देख घरातियों के साथ बराती भी भागने लगे।
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दरअसल जिले के गैवीनाथ धाम बिरसिंहपुर की कोलानबस्ती रावणा टोला में मंगलवार की रात हो रहे बाल विवाह को पुलिस ने रुकवा दिया। रात लगभग 9 बजे बस्ती में बाल विवाह होने की सूचना पर बाल विकास विभाग के कर्मचारियों के साथ मौके पर पहुंची सभापुर पुलिस ने दूल्हा और दुल्हन के आधार कार्ड मगांकर जांच की। दुल्हन बनने जा रही लड़की की उम्र 13 वर्ष निकली, जबकि दूल्हा 32 साल का। बालिका की उम्र कम होने पर थाना प्रभारी ने लड़की के परिजनों को समझाइश देकर बाल विवाह रुकवा दिया और दूल्हा सहित बारात में आए लोगों को पुलिस थाने लेकर आई। उन पर बाल विवाह करने का मामला दर्ज किया जा रहा है।
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पुलिस ने बताया, बिरसिंहपुर वार्ड 9 कोलानबस्ती में एक आदिवासी परिवार में सांवरी बाजार थाना लावा घोघरी जिला छिंदवाड़ा से बारात आई थी। घर में मंडप की तैयारी चल रही थी। तभी किसी ने थाने को यह सूचना दी कि जिस बच्ची की शादी हो रही है, वह नाबालिग है। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस अलर्ट हो गई और वार्ड की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को मौके पर पहुंचने को कहा। थोड़ी देर में थाना प्रभारी राजेंद्र मिश्रा भी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए और दुल्हन के बालिग होने के प्रमाण मांगे। बच्ची के परिजनों ने उसका आधार कार्ड प्रमाण के रूम में दिया, जिससे यह पुष्टि हुई कि बच्ची का जन्म 2010 में हुआ है और वह अभी मात्र 13 साल की है।
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