रीवा. मध्यप्रदेश के रीवा जिले से अलग होकर मऊगंज नया जिला बनने जा रहा है। 15 अगस्त को ध्वजारोहण के साथ ही इस नये जिले की शुरुआत हो जायेगी। इसके साथ ही एक और अच्छी खबर है कि मऊगंज जिले में खनिज विभाग को हीरे मिलने की संभावना भी जताई है। इसके लिये खनिज विभाग ने रीवा संभाग के मऊगंज और सिंगरौली के लिए कमपोजिट लाइसेंस जारी करने की प्रक्रिया भी प्रारंभ कर दी है। मऊगंज में हीरा मिलने की संभावनाएं प्रबल हैं। राज्य शासन द्वारा कई खनिज ब्लाकों की नीलामी के लिए सूचना भी जारी की गई है।
सिंगरौली में सोने और मऊगंज में हीरे की खान
जानकारी के मुताबिक जिसमें विंध्य क्षेत्र के सिंगरौली में सोने के साथ नए मऊगंज जिले में हीरे की खदानों के लिए भी ब्लॉक चिन्हांकित किए गए हैं। बतादें कि रीवा जिले में बड़े एरिया में पहले ही कई मल्टीनेशनल एक्सपर्ट कंपनियों द्वारा डायमंड होने की संभावनाओं को लेकर सर्वे का काम किया था। इस दौरान इन कंपनियों द्वारा रीवा जिले के सोहागी पहाड़ में 460 हेक्टेयर क्षेत्र में और मऊगंज के लगभग 100 हेक्टेयर क्षेत्र में हीरा खनिज मिलने के प्रमाण की रिपोर्ट शासन को सौंपी थी। जिसमें राज्य शासन द्वारा परीक्षण के बाद समेकित अनुज्ञप्ति (सीएल) के लिए नीलामी सूचना प्रकाशित कराई है। जिसके लिये इच्छुक कंपनिया 9 अगस्त 2023 तक इ-ऑक्शन में भाग ले सकती हंै। बताया गया है कि मऊगंज जिले के सीतापुर, आदि सरई, गढ़वा, टीपा बदौर, कांड़ी, मलकपुर आदि क्षेत्रों में हीरा की चट्टानों के मिलने के ज्यादा आसार हैं।
दो साल पहले किया गया था सर्वे
बतादें कि मऊगंज क्षेत्र में दो वर्ष पहले खनिज का सर्वे किया गया था। जिसमें यह बात सामने आई थी कि यहां पर हीरा मिलने की संभावना है। जिसके चलते बड़ी संख्या में लोगों ने वहां पर भूमि भी खरीद ली है ताकि मुआवजा अच्छा प्राप्त हो सके। अब खनिज विभाग ने टेंडर की प्रक्रिया शुरू की है तो कई कंपनियों के लोग इस क्षेत्र में पहुंचकर मुआयना भी कर रहे हैं।
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