रीवा। विंध्य क्षेत्र के वरिष्ठ नेता लक्ष्मण तिवारी ने सपा का दामन थाम लिया है। उन्होंने रविवार को उत्तरप्रदेश के लखनऊ स्थित समाजवादी पार्टी के मुख्यालय में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के हाथों सदस्यता ली है। इस दौरान लक्ष्मण तिवारी के साथ उनके निज सहायक मयंक चतुर्वेदी भी मौजूद थे। बता दें कि मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती (Former Chief Minister Uma Bharti) द्वारा स्थापित भारतीय जनशक्ति पार्टी (Bhartiya Janshakti Party) से लक्ष्मण तिवारी ने राजनीति सफर की शुरुआत की थी। साल 2008 के विधानसभा चुनाव में वो पहली बार मऊगंज से विधायक बने। लेकिन 2013 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनशक्ति पार्टी का भाजपा में विलय हो गया। ऐसे में भाजपा ने लक्ष्मण तिवारी को अपना उम्मीदवार बनाया' लेकिन वो कांग्रेस के सुखेन्द्र सिंह बन्ना से चुनाव हार गए। ऐसे में 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने लक्ष्मण तिवारी की बजाय प्रदीप पटेल काे टिकट दी और उन्होंने जीत हासिल की। ऐसे में लक्ष्मण तिवारी निर्दलीय चुनाव लड़े और 10 हजार से ज्यादा वोट मिले।
सिरमौर में एक से बढ़ कर एक उम्मीदवार
बताया जा रहा है कि सदस्यता लेने के बाद लक्ष्मण तिवारी सिरमौर विधानसभा से सपा के प्रत्याशी होंगे। वहीं बसपा ने रिटायर पुलिस अधिकारी वीडी पाण्डेय मैदान में होंगे। जबकि भाजपा से वर्तमान विधायक दिव्यराज सिंह का सिरमौर से चुनाव लड़ना लगभग तय है। कांग्रेस की बात करें तो राज्यसभा सांसद राजमणि पटेल, प्रदीप सिंह पटना और पूर्णिमा तिवारी के नामों पर चर्चा है। वहीं आम आदमी पार्टी से पूर्व विधायक राजकुमार उरमलिया या फिर सरिता पाण्डेय चुनाव लड़ सकती हैं। इस तरह से देखा जाये तो सिरमौर का मुकाबला इस बार काफी दिलचस्प होने वाला है।
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