रहिये अपडेट, रीवा। मध्यप्रदेश के रीवा जिले की पुलिस ने बदमाशों की एक ऐसी गैंग को पकड़ा है जो चांद की रोशनी देखकर चोरी की वारदात को अंजाम देती है। आरोपी हर महीने कृष्ण पक्ष में चोरी घटनाएं करते थे। कारण, चांद की रोशनी कम हो जाती है और रात गहरी हो जाती है। शुक्ल पक्ष के 15 दिन जब चांद की रोशनी काफी तेजी होती है, वे घर में आराम करते हैं। गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर उनकी निशानदेही पर चोरी के जेवर खरीदने वाले सराफा व्यापारी को भी पकड़ा है। जिले में लगातार हो रही चोरी की घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस की टीम लगातार काम कर रही थी। दो बदमाशों को पुलिस ने चिह्नित किया, जिनकी कई घटनाओं में भूमिका सामने आई। दोनों को गिरफ्तार कर उनकी पहचान रामदास गोड़ पिता जगदीश गोड़ व अनिल गोड़ पिता उदयराज निवासी सलहना थाना रामपुर बघेलान सतना के रूप में हुई। बदमाशों से पूछताछ की गई तो चोरों की एक बड़ी गैंग का पर्दाफाश हो गया।
सुनसान स्थान के घरों को करते थे टारगेट
जब ये वारदात करने निकलते, तो मोबाइल घर में रख कर जाते थे। गांवों में घूमकर ऐसे घरों को टारगेट करते थे जो सुनसान स्थान में हो और वहां से भागना आसान हो। बदमाशों ने चोरहटा, नौवस्ता, बिछिया थाना क्षेत्रों की दर्जन भर से अधिक घटनाओं को अंजाम देना स्वीकार किया है। पुलिस उनसे लगातार पूछताछ कर रही है। बदमाश चोरी के जेवर रामपुर बघेलान के व्यापारी रामनारायण गुप्ता को बेचते थे। आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने उक्त व्यापारी को भी गिरफ्तार कर लिया है। उसके कब्जे से काफी संख्या में सोने व चांदी के जेवरात बरामद हुए हैं।
सेमरिया में पकड़ाए बदमाशों के साथी
माहभर पूर्व सेमरिया पुलिस ने दो बदमाशों को गिरफ्तार किया था। उनके कब्जे से चोरी गए जेवर बरामद हुए थे। आरोपियों ने सेमरिया के अलावा चोरहटा थाना क्षेत्र में भी कई घटनाओं को अंजाम देना स्वीकार किया था। सेमरिया पुलिस ने आरोपी शिवेंद्र गोड़ व उसके साथी को रिमांड पर लिया, जिनसे चोरहटा क्षेत्र में हुई घटनाओं के संबंध में पूछताछ की गई। उनकी निशानदेही पर भी चोरी गए जेवर बरामद हुए हैं।
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