रहिये अपडेट, रीवा. विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों को बड़ी मात्रा में डीजल व पेट्रोल की जरूरत पड़ रही है, ऐसे में खर्च कम करने के लिए यूपी से डीजल व पेट्रोल मंगाया जा रहा है। एमपी की पेट्रोल टंकियों से ईंधन लेने के बजाय वे बड़ी मात्रा में यूपी से ईंधन मंगवा रहे हैं। इसका अलग-अलग स्थानों में भंडारण किया जा रहा है। इसको लेकर पुलिस अधीक्षक ने सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिए हैं कि ज्वलनशील पदार्थों का नियम विरुद्ध परिवहन करने व स्टोर करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
यह है बड़ी वजह
दरअसल एमपी की अपेक्षा यूपी में डीजल व पेट्रोल काफी सस्ता है। रीवा जिले में पेट्रोल 111 रुपए लीटर है जबकि यूपी में इसकी कीमत 97.6 रुपए है। ऐसे में एक लीटर पेट्रोल में 13 रुपए की बचत होती है। अमूमन यही स्थिति डीजल में भी है। डीजल यूपी में 89.86 रुपए प्रति लीटर है जो एमपी के मुकाबले करीब 12 रुपए सस्ता है। यही वजह है कि प्रत्याशियों द्वारा यूपी से डीजल व पेट्रोल मंगाकर उसका परिहवन किया जा रहा है। मुख्य मार्गों से डीजल व पेट्रोल लाने वाले वाहन चालक तो चेकिंग में फंस जाते हैं, लेकिन गांवों से होकर ज्वलनशील पदार्थ लेकर आने वाले वाहन चालक आसानी से एमपी में प्रवेश कर जाते हैं। चोरी-छिपे प्रत्याशी भी डीजल व पेट्रोल यूपी से मंगवाने का प्रयास कर रहे है जिसका भंडारण अलग-अलग इलाकों में किया जा रहा है। हालांकि यह लापरवाही हादसे का कारण भी बन सकती है।
कार्रवाई के हैं निर्देश
एसपी विवेक सिंह ने यूपी से डीजल-पेट्रोल की तस्करी रोकने थाना प्रभारियों को निर्देशित किया है। यूपी बार्डर से जोड़ने वाले चेक पोस्ट में सख्ती से चेकिंग कर जिनके द्वारा भी अवैध तरीके से ज्वलनशील पदार्थ का परिवहन व भंडारण किया जा रहा है उनके खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिये है। चुनाव के दौरान कार्रवाई में अभी तक चार थानों की पुलिस बड़ी मात्रा में डीजल व पेट्रोल पंकड़ चुकी है। सोहागी पुलिस ने ट्रैक्टर में लोड 1900 लीटर डीजल व 2500 लीटर पेट्रोल बरामद किया था। नईगढ़ी थाने की पुलिस ने बस में लोड करके लाया गया डीजल व पेट्रोल पकड़ा था। पनवार थाने की पुलिस ने पिकअप में लोड 50 लीटर पेट्रोल व 70 लीटर डीजल बरामद किया था। चाकघाट पुलिस ने भी ट्रैक्टर में लोड करके लाया जा रहा डीजल बरामद किया है।
No comments
Post a Comment