रहिये अपडेट, नई दिल्ली। सरकार ने महिला सैनिकों (female soldiers) को दिवाली से पहले रविवार को बड़ा तोहफा दिया। अब उन्हें एक समान मैटरनिटी लीव मिलेगी, भले वे किसी रैंक पर हों। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Defense Minister Rajnath Singh) ने महिला सैन्यकर्मियों को महिला अधिकारियों की तरह मातृत्व, शिशु देखभाल और बच्चे गोद लेने के लिए छुट्टियां देने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। रक्षा मंत्रालय (Ministry of Defence) ने कहा कि इस फैसले से सशस्त्र बलों में हर रैंक की महिलाओं की ‘समावेशी भागीदारी’ सुनिश्चित होगी।
अग्निवीर महिलाओं को भी मिलेंगी ये सुविधाएं
रक्षा मंत्रालय (Ministry of Defence) ने कहा कि इस कदम से सेना में महिलाओं को पेशेवर व पारिवारिक जीवन को बेहतर तरीके से संतुलित करने में मदद मिलेगी। अग्निवीर महिलाओं को भी ये सुविधाएं मिलेंगी। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक महिलाएं हर क्षेत्र में बाधाओं को तोड़ रही हैं। सेना के पुलिस कोर में 2019 में सैनिकों के रूप में महिलाओं की भर्ती (recruitment of women) कर महत्त्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की गई थी।
इस समय कितनी छुट्टियां
इस समय सेना में महिला अफसरों को हर बच्चे के लिए 180 दिन का मातृत्व अवकाश (maternity leave) मिलता है। यह नियम अधिकतम दो बच्चों पर लागू होता है। महिला अधिकारियों को संपूर्ण सेवा कार्यालय में 360 दिन का शिशु देखभाल अवकाश (child care leave) मिलता है। इसके लिए बच्चे की उम्र 18 साल से कम होनी चाहिए। एक साल से कम उम्र के बच्चे को गोद लेने की वैध तिथि के बाद 180 दिन की दत्तक ग्रहण छुट्टी (adoption leave) दी जाती है।
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