रीवा। शहर के विश्वविद्यालय थानांतर्गत खुटेही में कार बाजार के संचालक पर गोली चलाने वालों का पुलिस ने खुलासा किया। इस मामले में पुलिस ने एक आरोपी को बाल अपचारी बताया है। पुलिस ने जिस बाल अपचारी कहा है वह नगर निगम रीवा में पिछले चार सालों काम कर रहा है। हालांकि उसकी नियुक्त मस्टर है लेकिन इसका खुलासा होने के बाद अब नगर निगम के अधिकारी जबाव नहीं दे पा रहे हैं। वहीं पुलिस बाल अपचारी की मूल अंक सूची के आधार पर उसकी उम्र १७ साल होने के कारण उसे बाल अपचारी मान रही है। ऐसे में अब एक व्यक्ति के दो अभिलेखों को लेकर दोनों विभागों में हड़कंम मचा हुआ है।
बता दें कि पुलिस ने खुटेही गोली कांड में शामिल मुख्य आरोपी रेहान निवासी घोघर के साथ बाइक चलाने वाले व्यक्ति को आरोपी बनाया है। पुलिस की विवेचना के दौरान उसकी अंकसूची के आधार पर उसकी उम्र १७ साल होने के कारण बाल अपचारी मान रही है। जबकि यही बाल अपचारी नगर निगम रीवा में पिछले ४ सालो में मस्टर पर बतौर सफाई कर्मी काम कर रहा है। इसमें दिलचस्प बात यह है कि मस्टर में काम करने वाले श्रमिकों के लिए जो आयु निर्धारित है वह न्यूनतम २१ वर्ष है। और मस्टर में नाम जोड़ने का अनुमोदन परिषद से होता है। ऐसे में अब नगर निगम के इस नियुक्त को लेकर सवाल खड़े हो गया है।
पुलिस ने जप्त किए कट्टे
इस गोलीकांड में शामिल फरियादी कादिर हुसैन की पत्नी शकीना बानो और आरोपी रेहान को पुलिस ने रिमांड में लिया है। सोमवार को आरोपियों से पूछतांछ के दौरान पुलिस ने घटना मेंं शामिल कट्टा बरामद कर लिया है। बता दें कि इस कांड में पत्नी ने ही अपने प्रेमी से मिलकर पति के हत्या की साजिश रची थी। दरअसल फरियादी ने पुलिस को पूछतांछ में बताया था कि वह दूसरी शादी करने वाला है जिसका विरोध ससुराल पक्ष के लोग कर रहे है। फरियादी के बयान पर पुलिस ने जांच की तो घटना की परतें खुलने लगी और पुलिस तीनों आरोपियों तक पहुंच गई ।
यह सही है कि घटना में शामिल बाल अपचारी नगर निगम में २०२१ में मस्टर में काम कर रहा था। वह नियमित कर्मचारी नहीं है। मामला पुराने होने के कारण उसके द्वारा प्रस्तुत दस्तावेज अब जुटाए जा रहे है।
बालगोविंद चतुर्वेदी, स्वास्थ्य अधिकारी
पुलिस ने घटना में शामिल बाल अपचारी की मूल अंक सूची जप्त है इसके आधार पर बाल अपचारी की उम्र १७ साल है। इसलिए उसे बाल अपचारी माना जा रहा है। ननि किन दस्तावेजों के आधार पर उसे मस्टर में रखा है यह तो उनके दस्तावेज देखकर ही पता चल सकता है।
आशीष मिश्रा, थाना प्रभारी विश्वविद्वालय
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